Commonwealth Games 2026: राष्ट्रमंडल खेल 2026 में मेडल की आस लगाए भारतीय खिलाड़ियों को करारा झटका लगा है. दरअसल, राष्ट्रमंडल खेल 2026 की मेजबानी ग्लासगो शहर में हो रही है जिसने आयोजन से पहले खेलों के शेड्यूल से हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, क्रिकेट और निशानेबाजी जैसे प्रमुख खेलों को हटा दिया है. यानी ग्लासगो द्वारा आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2026 में हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती, क्रिकेट और शूटिंग जैसे आवश्यक खेल शामिल नहीं होंगे.
खेलों को बाहर करने के पीछे की यह है वजह!
इन खेलों के साथ टेबल टेनिस, स्क्वैश और ट्रायथलॉन को भी कार्यक्रम से बाहर रखा जाएगा. बता दें, राष्ट्रमंडल खेल 2026 (Commonwealth Games 2026) से इन खेलों को बाहर करने के पीछे की वजह है कि लागत और लॉजिस्टिक्स को सीमित करना.
इसलिए बढ़ सकती हैं भारत की मुश्किलें
बता दें, भारतीय खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 6 पदक जीते. इनमें 1 सिल्वर और 5 ब्रांज शामिल हैं. भारत ने एथलेटिक्स में 1, शूटिंग में 3, हॉकी और रेस्लिंग में 1-1 मेडल जीता था. ऐसे में देखें तो जिन खेलों में भारत ने मेडल जीता था वे राष्ट्रमंडल खेल 2026 से बाहर हैं.
जानें, कौन-कौन से खेल होंगे शामिल?
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने घोषणा करते हुए कहा कि साल 2026 में 23 जुलाई से 2 अगस्त तक निर्धारित खेल कार्यक्रम में एथलेटिक्स और पैरा एथलेटिक्स (ट्रैक एंड फील्ड), तैराकी और पैरा तैराकी, कलात्मक जिमनास्टिक, ट्रैक साइक्लिंग और पैरा ट्रैक साइक्लिंग, नेटबॉल, भारोत्तोलन और पैरा पावरलिफ्टिंग, मुक्केबाजी, जूडो, बाउल्स और पैरा बाउल्स के साथ ही 3×3 बास्केटबॉल और 3×3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल शामिल होंगे.
ग्लास्गो 12 साल बाद करेगा राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी
खेलों में चार स्थानों का उपयोग किया जाएगा. जिसमें स्कॉट्स टाउन स्टेडियम, टोलक्रॉस इंटरनेशनल स्विमिंग सेंटर, एमिरेट्स एरिना (जिसमें सर क्रिस होय वेलोड्रोम है), और स्कॉटिश इवेंट कैंपस (एसईसी) शामिल हैं. वहीं एथलीट और उनके सहयोगी स्टाफ पास के होटलों में रुकेंगे. बता दें, ग्लास्गो ने इससे पहले साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी. ऐसे में अब वह 12 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करने जा रहा है.