मणिशंकर अय्यर के बयान पर विवाद… क्या था वह शब्द…? कांग्रेस ने अय्यर के बयान से खुद को किया अलग

Published

नई दिल्ली: 2024 के चुनावी रण में आखिरी दौर की वोटिंग से ठीक पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अय्यर ने 1962 में हुए चीन के आक्रमण के संदर्भ में ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके लिए उन्होंने माफी मांगी है।

मंगलवार को ‘फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब’ में एक कार्यक्रम के कथित वीडियो के अनुसार, अय्यर एक किस्सा सुना रहे थे जिसमें उन्होंने कहा कि अक्टूबर 1962 में, चीन ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया। बाद में अय्यर ने इस टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए कहा कि ‘चीनी आक्रमण’ से पहले गलती से ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए मैं पूरी तरह से माफी मांगता हूं।

अय्यर के बयान पर BJP ने कांग्रेस को घेरा

बीजेपी ने अय्यर के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। भारतीय जनता पार्टी ने इसे रिवीजनिज्म का निर्लज्ज प्रयास करार दिया। बीजेपी आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने लिखा, “मणिशंकर अय्यर ने नेहरूज फर्स्ट रिक्रूट्स नामक पुस्तक के विमोचन के दौरान एफसीसी में बोलते हुए 1962 में चीनी आक्रमण को ‘कथित’ बताया। यह ‘रिवीजनिज्म’ का एक बेशर्म प्रयास है।”

“चीनियों के लिए कांग्रेस के प्यार को क्या समझा जाए”- अमित मालवीय

अमित मालवीय ने आगे लिखा कि, “नेहरू ने चीन के पक्ष में यूएनएससी में स्थायी सीट पर भारत के दावे को छोड़ दिया, राहुल गांधी ने एक गुप्त समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से धन स्वीकार किया और चीनी कंपनियों के लिए बाजार पहुंच की सिफारिश करने वाली रिपोर्ट प्रकाशित की, उनके आधार पर, सोनिया गांधी की यूपीए ने चीनी सामानों के लिए भारतीय बाजार खोल दिया, जिससे एमएसएमई को नुकसान पहुंचा और अब कांग्रेस नेता अय्यर चीनी आक्रमण को सफेद करना चाहते हैं, जिसके बाद चीनियों ने 38,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया है। चीनियों के लिए कांग्रेस के प्यार को क्या समझा जाए?”

कांग्रेस ने अय्यर के बयान से खुद को किया अलग

कांग्रेस ने अय्यर के बयान पर अपना स्टैंड स्पष्ट करते हुए खुद को उनके बयान से अलग कर लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मणिशंकर अय्यर ने बाद में “कथित आक्रमण” शब्द का गलत इस्तेमाल करने के लिए बिना शर्त माफ़ी मांगी है। उनकी उम्र को देखते हुए छूट दी जानी चाहिए। कांग्रेस ने उनके मूल वाक्यांश से खुद को अलग कर लिया है।”

जयराम रमेश ने आगे लिखा कि, “20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ भारत पर चीनी आक्रमण वास्तविक था। मई 2020 की शुरुआत में लद्दाख में चीनी घुसपैठ भी वास्तविक थी जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए और यथास्थिति बिगड़ गई। हालांकि, निवर्तमान पीएम ने 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीनियों को क्लीन चिट दे दी, जिससे हमारी बातचीत की स्थिति गंभीर रूप से कमजोर हो गई। देपसांग और डेमचोक सहित 2000 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र भारतीय सैनिकों की पहुंच से बाहर है।”

इस विवाद के बीच, कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि वे मणिशंकर अय्यर के बयान को समर्थन नहीं देते और यह उनकी व्यक्तिगत राय है। कांग्रेस ने हमेशा से चीन के आक्रमण को वास्तविक माना है और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर पार्टी का स्पष्ट रुख है।