नई दिल्ली/डेस्क: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए, कांग्रेस ने अब तक प्रत्याशियों की दो लिस्ट जारी की है। इन दो सूचियों में कांग्रेस ने कुल 76 प्रत्याशियों का ऐलान किया है। इस 76 में से 66 प्रत्याशी पिछले चुनाव में भी कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी रहे थे।
पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रहे एक नेता की पत्नी और एक कैंडिडेट के पति को भी प्रत्याशी घोषित किया गया है। इससे 68 सीटों पर, अर्थात् 90 फीसदी सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों में कोई बदलाव नहीं किया है। लेकिन इसी के साथ कांग्रेस के कराए गए सर्वे और ‘कर्नाटक फॉर्मूले’ वाला दांव फेल होता दिख रहा है।
सर्वे में हार रहे प्रत्याशी
राजस्थान कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले 3 सर्वे करवाए थे। इस सर्वे में कांग्रेस के कई मौजूदा विधायकों की हालत को खराब बताया गया था। प्रदेश प्रभारी, पीसीसी चीफ और मुख्यमंत्री की ओर से ली गई फीडबैक बैठक में कई विधायकों और मंत्रियों को कह दिया गया था कि सर्वे के हिसाब से वे हार रहे हैं इसलिए अपनी परफॉरमेंस में सुधार करें।
कुछ नेताओं के लिए सर्वे के बाद टिकट कटने का खतरा भी था। हालांकि, प्रत्याशियों की घोषणा में सर्वे का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। 76 प्रत्याशियों में से 68 मौजूदा विधायक हैं, जिनमें 6 निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं।
कांग्रेस ने कर्नाटक में एक नए चेहरे का फॉर्मूले अपनाया था, और प्रत्याशियों की सूची को नामांकन से एक महीने पहले ही जारी कर दिया था। राजस्थान में भी इसी फार्मूला पर काम होना था, लेकिन राजस्थान में इस पर बात नहीं बनी। नामांकन की प्रक्रिया 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक चलेगी, लेकिन कांग्रेस ने अब तक केवल 38% सीटों पर ही प्रत्याशियों का चयन किया है।
जुलाई 2020 में, जब कांग्रेस सरकार पर संकट आया था, तो सभी 13 निर्दलीय विधायकों ने गहलोत सरकार को समर्थन देने में मदद की थी। इन 13 निर्दलीय विधायकों में से 6 को अब कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किया है। इनमें संयम लोढा, ओमप्रकाश हुड़ला, बाबूलाल नागर, खुशवीर सिंह जोजावर, लक्ष्मण मीणा, और रमिला खड़िया शामिल हैं।
लेखक: करन शर्मा