रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर केंद्र सरकार के बड़े ऐलान, जानिए क्या ?

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नई दिल्ली/डेस्क: अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शुक्रवार 19 जनवरी को चौथा दिन है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. गुरुवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर रख दिया गया. कारीगरों ने मूर्ति को आसन पर खड़ा किया. इस प्रोसेस में 4 घंटे लगे. बताया गया है कि अब मूर्ति को गंध वास के लिए सुगंधित जल में रखा जाएगा. फिर अनाज, फल और घी में भी रखा जाएगा.

अभी रामलला के मुख पर पट्टी बंधी है. अब देशभर के भक्तों को उस पल का इंतजार है, जब रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी और उन्हें भगवान राम के दर्शन होंगे. रामलला की मूर्ति 51 इंच लंबी है और इसका वजन 1.5 टन है. मूर्ति में भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में चित्रित किया गया है, जो कमल के आसन पर विराजमान हैं. जब गर्भगृह में रामलला पहुंचे. मंदिर निर्माण में जुटे श्रमिक हाथ जोड़कर बड़े श्रद्धाभाव से अपने प्रभु को निहारते नजर आए.

इस प्रतिमा को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने श्यामशिला से तैयार किया है. अरुण एक ऐसे मूर्तिकार हैं, जिनकी पीएम मोदी खुद सराहना कर चुके हैं. उनके पिता योगीराज भी एक कुशल मूर्तिकार थे. उनके दादा बसवन्ना शिल्पी को मैसूर के राजा का संरक्षण प्राप्त था.

शराब और मांस की दुकानें 22 जनवरी को बंद रहेंगी

22 जनवरी को पूरे प्रदेश में शराब और मांस की दुकानें बंद रहेंगी. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने गुरुवार को सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों इसका निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या आने वाले वाले श्रद्धालुओं-यात्रियों को आवागमन में समस्या न हो, इसलिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाए.

कई राज्यों में छुट्टियों का ऐलान

इस बीच भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन के लिए कई राज्यों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है. वहीं, केंद्र सरकार ने 22 जनवरी को केंद्रीय संस्थानों और अन्य केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी देने की घोषणा की है. नोटिस में कहा गया है कि कार्यालय का समय उस दिन दोपहर 2:30 बजे फिर से शुरू होगा.

लेखक: इमरान अंसारी