रामपुर तिराहा कांड में बड़ा फैसला, कोर्ट ने पीएसी के दोनों जवानों को दिया दोषी करार

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मुजफ्फरनगर: रामपुर तिराहा कांड के मामले में तीन दशक बाद अहम फैसला आया है। अक्टूबर 1994 में दिल्ली जाने वाले आंदोलनकारियों पर गोलियां बरसाई गई थी, जिसमें पीएसी के जवानों पर महिलाओं के साथ दुष्कर्म के आरोप लगे थे। शुक्रवार को कोर्ट ने दोनों जवानों को दोषी करार दिया है।

मुजफ्फरनगर में अलग राज्य की मांग को लेकर दिल्ली जाने वाले आंदोलनकारियों को रोका गया था। इसके बाद हुए संघर्ष में बरसी गोलियां खाकर सात आंदोलनकारी शहीद हो गए थे। कई महिलाओं से दुष्कर्म होने की बात भी सामने आई थी।

शुक्रवार को कोर्ट ने दोनों पीएसी जवानों को गैंगरेप, लूट, और छेड़छाड़ के आरोपों पर दोषी करार दिया। उन्हें 18 मार्च को सजा सुनाई जाएगी। यह मामला कोर्ट नम्बर 7 में जज शक्ति सिंह की निगरानी में चल रहा था। दोषी आरोपियों के खिलाफ IPC धारा 376, 354, और 509 में मामला दर्ज किया गया था।

यह फैसला रामपुर तिराहा कांड में 30 साल बाद आया है, जिससे पीड़ितों की न्याय पर आस बढ़ी है।