बचपन के सपने के लिए क्रैक किया NEET का एग्जाम, रिटायर्ड SBI अधिकारी ने 64 की उम्र में किया हैरान

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नई दिल्ली। हमारे समाज में कई ऐसे रूढ़िवादी धारणाएं हैं जिनका कोई आधार नहीं है. लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में लोग इसको मानते हैं. इन्हीं में एक है करियर के बाद शिक्षा का ना होना, करियर के साथ-साथ शिक्षा न ले पाना आदि. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होंने इस तरह के रूढ़िवादिता को चुनौती दी है. इस लिस्ट में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के सेवानिवृत्त कर्मचारी जय किशोर प्रधान का नाम भी जुड़ गया है जिन्होंने 64 वर्ष की आयु में 2020 में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) को सफलतापूर्वक पास किया.

ओडिशा के रहने वाले हैं किशोर प्रधान

ओडिशा के रहने वाले जय किशोर प्रधान SBI से डिप्टी मैनेजर के पद से रिटायर्ड हुए और आराम करने के बजाय, प्रधान ने मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश (NEET) करने की अपनी लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा को पूरा करने का फैसला किया. दृढ़ संकल्प के साथ अपनी शैक्षणिक महत्वाकांक्षा को पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ संतुलित करते हुए उन्होंने अपने सपनों को हासिल करने की यात्रा शुरू की.

चुनौतियों पर पाया काबू

प्रधान ने NEET की तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग में दाखिला लिया जो जटिल पाठ्यक्रम को  आसान बनाने में लाभदायक रही.पारिवारिक जीवन के दबाव और प्रतिस्पर्धी परीक्षा में तैयारी की मांग सहित अन्य बाधाओं के बावजूद, प्रधान दृढ़ निश्चयी रहे और मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास की प्रधान की यात्रा इस धारणा का उदाहरण है कि उम्र सिर्फ़ एक संख्या है और जीवन के किसी भी पड़ाव पर व्यक्ति अपने सपने को पूरा कर सकता है.

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NEET उम्मीदवारों के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 की धारा 14 के अनुसार NEET (UG) देने वाले उम्मीदवारों के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है. 2020 में किशोर प्रधान की कड़ी मेहनत रंग लाई और उन्होंने NEET परीक्षा में सफलता प्राप्त की. इस उपलब्धि ने उन्हें वीर सुरेन्द्र साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR) में सीट मिली.