Cyclone Dana: 120 KM की रफ्तार… हाई अलर्ट पर प्रशासन, जानें तूफान से निपटने की क्या हैं तैयारियां

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चक्रवात ‘दाना’ के चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में प्रशासन ने बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (24 अक्टूबर) को बताया कि राज्य के निचले इलाकों से 3,56,941 लोगों की पहचान की गई है जिन्हें निकाला जाएगा। अब तक 1,59,837 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है, जबकि 83,537 लोग राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं. सरकार ने लोगों से एहतियात बरतने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है.

ओडिशा में भी तैयारियां तेज

ओडिशा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भुवनेश्वर में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्राकृतिक आपदा के चलते कोई भी जनहानि न हो. राज्य में 7,285 राहत केंद्र बनाए गए हैं, और 91 मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं. इसके साथ ही एनडीआरएफ और ओडीआरएफ की टीमें भी प्रभावित इलाकों में तैनात हैं.

चक्रवात दाना के शुक्रवार की सुबह ओडिशा के भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा पोर्ट के बीच दस्तक देने की संभावना है, जिसमें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

24 घंटे हेल्पलाइन और स्कूल-कॉलेज बंद

बंगाल और ओडिशा दोनों राज्यों में हेल्पलाइन नंबर 24×7 सक्रिय कर दिए गए हैं, जिससे आम लोग किसी भी आपात स्थिति में संपर्क कर सकते हैं. दोनों राज्यों में स्कूल और शैक्षणिक संस्थान 26 अक्टूबर तक बंद रहेंगे. कोलकाता और भुवनेश्वर एयरपोर्ट ने भी उड़ानों को शाम 5 से 6 बजे तक स्थगित करने का निर्णय लिया है.

मौसम विभाग ने ओडिशा के सात जिलों—मयूरभंज, कटक, जाजपुर, बालासोर, भद्रक, केंद्रापड़ा और जगतसिंहपुर में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. वहीं, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है.

बंगाल में शिविरों में शरण

बंगाल में अब तक 2,43,374 लोग राहत शिविरों में पहुंच चुके हैं. ममता बनर्जी ने जनता से आग्रह किया कि वे प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करें ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से बचा जा सके.