सर्दियों के मौसम में डैंड्रफ यानी रूसी एक आम समस्या बन जाती है, खासकर जब यह आपके कंधों और कपड़ों पर सफेद परत के रूप में नजर आने लगे. हालांकि, आमतौर पर डैंड्रफ को खोपड़ी से जोड़ा जाता है, लेकिन यह पलकों, भौंहों, मूंछों और यहां तक कि नाक के आसपास भी हो सकती है.
पलकों में डैंड्रफ; क्यों होती है यह समस्या?
पलकों में डैंड्रफ, जिसे ब्लेफराइटिस कहा जाता है, एक आम समस्या है. इसका कारण पलकों की जड़ों पर बैक्टीरिया का अधिक जमाव या तेल ग्रंथियों का अवरोध हो सकता है. इसके अलावा, फंगल संक्रमण, सेबोरिक डर्मेटाइटिस (त्वचा की स्थिति) या डेमोडेक्स माइट्स (सूक्ष्म परजीवी) का भी योगदान हो सकता है.
मीडिया से बातचीत के दौरान डॉ. एस.एन. झा, सर गंगाराम अस्पताल के नेत्र विभाग के अध्यक्ष, बताते हैं, “यह समस्या सर्दियों या मौसम में बदलाव के दौरान अधिक देखने को मिलती है.” वहीं, डॉ. दिग्विजय सिंह, नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ, कहते हैं, “पलकों पर डैंड्रफ लंबे समय तक नजर न आने वाली समस्या हो सकती है, लेकिन यह गंभीर जोखिम पैदा कर सकती है.”
लक्षण और जोखिम
- पलकों पर खुजली, सूजन या जलन
- आंखों में किरकिरापन या जलन महसूस होना
- पलकों के किनारे पर सफेद परत या छोटे क्रस्ट्स का बनना
अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर नेत्र समस्याएं जैसे लाल आंखें, पलकों के बाल झड़ना, ड्राई आई सिंड्रोम, स्टाई (फुंसी) और कार्निया को नुकसान पहुंचा सकती है. कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोगों में संक्रमण का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है.
समाधान और बचाव
डॉ. विशाल अरोड़ा, मैक्स अस्पताल, गुरुग्राम के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ, बताते हैं, “समस्या के अनुसार डॉक्टर एंटीबायोटिक आई ड्रॉप, क्रीम या स्टेरॉयड्स लिख सकते हैं. साथ ही, टी ट्री ऑयल वाले लिड वाइप्स और स्क्रब्स का इस्तेमाल प्रभावी हो सकता है.”