अवैध खनन की सूचना पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी पर जानलेवा हमला, बाल-बाल बची जान

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सोनभद्र/उत्तर प्रदेश: यूपी में खनन माफियाओं के हौसलें इतने बुलंद हो चुके हैं कि अवैध खनन को रोकने गए वन क्षेत्राधिकारी की जान पर बन आई। सोनभद्र के घोरावल कोतवाली क्षेत्र और वन विभाग के गुरमा रेंजर में खनन माफियाओं द्वारा वन क्षेत्राधिकारी को जान से मारे की कोशिश की गई थी।

वन विभाग के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, वन क्षेत्राधिकारी पवन कुमार को सूचना मिली थी कि सचान घोरावल थाना क्षेत्र के अंतर्गत शिल्पी कोरट गांव में प्रतिदिन बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है।

मिली सूचना के आधार पर वन क्षेत्राधिकारी जैसे ही खनन क्षेत्र में पहुंचे, हौसला बुलंद खनन माफियाओं ने उनके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाकर उन्हें जान से माने का प्रयास किया। गनीमत रही की क्षेत्राधिकारी पवन कुमार की बाइक ट्रैक्टर में फंस गई और उन्हें अपनी जान बचाने का मौका मिल गया।

अभी तक नहीं हुई कोई भी कार्रवाई

वन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह घटना 01 सितंबर की रात की बताई जा रही है, लेकिन पुलिस और वन विभाग की ओर से इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब भारी संख्या में वन विभाग के वाइल्डलाइफ वार्डन अरविंद कुमार भारी विभागीय फोर्स के साथ घटनास्थल पर रहुंचे।

फिलहाल वन विभाग की ओर से इस मामले की जानकारी पुलिस को अभी तक नहीं दी गई है। वहीं आज वन विभाग के वाइल्ड लाइफ के वार्डन और कई वन क्षेत्र के क्षेत्राधिकारी सहित मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया। लेकिन एक नामजद सहित पांच अज्ञात आरोपी फरार हो गए।

मौके से फरार हुआ मुख्य आरोपी अंगद यादव

घटना के बाद वाइल्डलाइफ वार्डन अरविंद कुमार ने भारी विभागीय फोर्स के साथ न केवल घटनास्थल का जायजा लिया। बल्कि, आसपास के इलाके में हो रहे अवैध खनन की भी बारीकी से जांच की।

अरविंद कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मामले में मुख्य आरोपी अंगद यादव मौके से फरार है, लेकिन उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अंगद यादव के अतिरिक्त 5 अन्य आरोपी भी फरार हैं।