नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर बनी हुई है, और शुक्रवार को शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया था. सुबह 9 बजे AQI 362 तक पहुंच गया था, लेकिन दीवाली पर पटाखों पर लगे प्रतिबंध के बावजूद लोग शुक्रवार देर रात तक पटाखों को जलाते नजर आए. जिसके कारण दिल्ली में ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा है. जिसके कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है.
24 घंटे में AQI 456
हालांकि, शाम 4 बजे तक स्थिति में थोड़े सुधार आए थे. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 456 पर दर्ज हुआ.
दीवाली के दौरान शाम 6 बजे से आधी रात तक राजधानी में ध्वनि प्रदूषण के स्तर में भी वृद्धि देखी गई, जैसा कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के आंकड़ों में सामने आया है.
69% लोगों को प्रदूषण से गले में खराश और कफ की समस्या
प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को लेकर लोकल सर्कल्स ने दिल्ली-एनसीआर के 21,000 लोगों के बीच सर्वे किया. इसमें दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद के लोग भी शामिल थे. सर्वे में 69% लोगों ने कहा कि उनके परिवार के एक या अधिक सदस्यों को गले में खराश और कफ की समस्या हो रही है. 62% ने आंखों में जलन, 46% ने नाक बहने या कंजेशन, 31% ने सांस लेने में दिक्कत या अस्थमा, 31% ने सिरदर्द, 23% ने तनाव और 15% ने सोने में कठिनाई की शिकायत की है.
दो हफ्ते में 36% से बढ़कर 69% परिवारों को हुई समस्या
मीडिया में जारी एक सर्वे के अनुसार, प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में तेजी से वृद्धि हुई है. दो हफ्ते पहले हुए इसी तरह के सर्वे में 36% परिवारों को इस तरह की समस्या हो रही थी, जो अब बढ़कर 69% हो गई है.