Delhi Shelter Home News: आशा किरण आश्रय गृह में हुई मौतों पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तब भी इस आशा किरण में 11 बच्चों की मौत की खबर सामने आई थी। आशा किरण में उन बच्चों को रखा जाता है जिनका कोई नहीं होता है। वो बीमार हो रहे हैं, उन्हें दवाईयां नहीं मिल रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में कितनी जानें लेगी? AAP सरकार की ऐसी संवेदनहीनता की कल्पना दिल्ली ने नहीं की थी। जो भी इसके दोषी है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा हो। इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए।”
क्या है मामला?
राजधानी दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण शेल्टर होम एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है। आपको बता दें, रहस्यमय हालात में हुई मौतों के कारण आशा किरण शेल्टर होम चर्चा में बना हुआ है। चौंकाने वाली रिपोर्ट से पता लगा है कि पिछले महीने जुलाई में 20 दिन के अंदर 13 बच्चों की मौत हो गई है। फिलहाल अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चला पाया है। इस साल 20 जुलाई तक आशा किरण हॉस्पिटल में 27 मेंटली रिटायर बच्चों की रहस्यमय हालत में मौत हुई है। पिछले साल के मुकाबले यह आंकड़ा काफी ज्यादा है।
AAP नेता आतिशी ने दिए जांच के आदेश
इस पूरे मामले में राजस्व मंत्री आतिशी ने जनवरी 2024 से मानसिक रूम से विकलांगों के लिए घर में 13 मौत की खबर का संज्ञान लेते हुए ACS राजस्व को मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ आप नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली में ऐसी खबर सुनना काफी चौंकाने वाला है। अगर यह खबर सच पायी जाती है तो हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते। यह एक गंभीर मुद्दा है, इसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए केयर होम में सुधार हो सके।