नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इस साल मई के महीने में प्रदूषण पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों का आकलंन किया गया था। रिपोर्ट की मानें तो दुनिया के टॉप 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से भारत 13वें स्थान पर था। लेकिन सबसे गंभीर बात तो ये है कि रिपोर्ट जारी होने के करीब 4 महीनों के बाद स्थिति और भी अधिक गंभीर हो चुकी है।
इससे भी अधिक चिंता की बात तो ये है कि WHO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टॉप 10 में से 9 शहर भारत के ही हैं। वहीं चिंता इस बात की है कि इन शहरों में पीएम (Particulate Matter) 2.5 की सालाना सघनता सबसे अधिक है। पीएम 2.5 प्रदूषित हवा में शामिल वो सूक्ष्म तत्व हैं, जिन्हें मानव शरीर के लिए सबसे खतरनाक माना जाता है।
हर साल लाखों लोगों की जान ले रहा है प्रदूषण
इसमें कोई दो राय नहीं है कि विश्व में प्रदूषण से हालात बेहद गंभीर होते जा रहे हैं। पिछले वर्ष द लैंसेट प्लैनेटरी हेल्थ द्वारा प्रदूषण और स्वास्थ्य पर जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में अकेले भारत में 16.7 लाख लोगों की मौत का कारण प्रदूषण था, जो कुल मौतों के 17.8 प्रतिशत है।
दुनियभर में प्रदूषण से मरने वालों की संख्या करीब 90 लाख
बता दें कि दुनियाभर में प्रदूषण कितना खतरनाक है अगर इसे समझना है तो WHO द्वारा जारी इस आंकड़े को देख लीजिए। पिछले साल दुनिया में 66.7 लाख मौतें वायु प्रदूषण के कारण हो चुकी हैं। वहीं, अगर हर तरह के प्रदूषण की बात करें तो उससे मरने वालों की संख्या करीब 90 लाख है। रिपोर्ट में पाया गया है कि ऐसे में 45 लाख लोगों की मौत के लिए सिर्फ वायु प्रदूषण जिम्मेदार था। वहीं, 17 लाख लोगों की मौतें का करण खतरनाक रासायनिक प्रदूषण है, जिसमें 9 लाख मौतें सिर्फ लेड से होने वाले प्रदूषण के चलते हुई हैं।
दिल्ली में AQI की श्रेणी बहुत ज्यादा खतरनाक
IQAir ने X पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दिल्ली की हवा पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें दिल्ली की हवा की की गुणवत्ता खतरनाक है और वर्तमान में यह दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। दिल्ली में रहने वाले लोग इस खतरानक परस्थिति से कैसे निपटे इसके लए भी IQAir ने सुरक्षा के लिए इन चरणों का पालन करने की सलाह दी है।
- सभी बाहरी व्यायाम से बचें
- बाहर मास्क पहनें
- गंदी हवा से बचने के लिए अपनी खिड़कियां बंद कर लें
- एयर प्यूरीफायर चलाएं