देवरिया हत्या कांड… जमीनी विवाद के चलते हुई हत्याएं, जानिए क्या है अपडेट?…

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Deoria Massacre: जब पूरा देश 2 अक्टूबर की सुबह शांति और अहिंसा के पुजारी की 154वीं जयंती मना रहा था, उस वक्त उत्तर प्रदेश के देवरिया में दिल दहला देने वाले हत्या कांड अंजाम दिया जा रहा था। देवरिया के रुद्रपुर थाना क्षेत्र सोमवार की सुबह खबर आई की एक खूनी संघर्ष में छह लोगों की हत्या कर दी गई है। इस वारदात के बाद जैसे-जैसे वक्त बीता, इसकी खबर से पूरा पुलिस प्रशासन हिल गया। वारदात के बाद क्षेत्र में तनाव को देखते हुए करीब दो दर्जन थानों की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। मौके पर कमिश्नर और आईजी पहुंचे और जायजा लिया। घटना के शुरुआत में ज्यादा कुछ चीजे निकलकर सामने नहीं आईं।

जमीन विवाद के चलते हुई हत्याएं

जब जांच अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे, तो घटना की वजह जमीनी विवाद निकलकर सामने आई। इस घटना में एक ही परिवार के 5 लोग की मृत्यु हुई है, जबकि दूसरी तरफ से एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या हुई है।

क्या था मामला?

फतेहपुर के लेड़हा टोले के रहने वाले सत्य प्रकाश दुबे के छोटे भाई साधु दुबे ने अपने हिस्से की करीब 10 बीघा जमीन साल 2014 में अनपे गांव के अभयपुरा टोले के ही रहने वाले प्रेमचंद यादव जो कि पूर्व में जिला पंचायत सदस्य रह चुके थे, उनको बेच दी थी। जिसके बाद से ही दोनों के परिवार में रंजिश चल रही थी। सोमवार (2 अक्टूबर) की सुबह प्रेमचंद यादव बाइक से अपने खेत (जो साधु दुबे से लिया था) पर घूमने के लिए गए थे। वहां ऐसा क्या हुआ ये किसी को नहीं पता, लेकिन प्रेमचंद सीधा सत्प्राकश के घर पहुंच गए। इसी दौरान उनकी और सत्यप्रकाश के बीच कहासुनी हो गई। इस कहासुनी के बाद मामला इतना बढ़ गया कि सत्यप्रकाश दुबे और उसके परिवार ने प्रेमचंद यादव की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी।

इस घटना की खबर जैसे ही प्रेमचंद यादव के परिवार और टोले के लोगों को पता चली, लोग आक्रोशित होकर सत्यप्रकाश दुबे के घर पहुंचे और दर्जोनों की भीड़ ने उसके परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्न, दो बेटी और एक बेटे की मौत हो गई, जबकि आठ साल के एक बेटे की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। जिसका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा है।

14 लोग पुलिस हिरासत में

देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र में स्थित फतेहपुर गांव में छः लोगों की हत्या के मामले में अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक ला एण्ड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने इस केस में कार्रवाई करते हुए अभी तक 14 लोग हिरासत में लिया है।