Dipa Karmakar ने की जिमनास्टिक से संन्यास की घोषणा,जानिए देश के लिए कब-कब जीता मेडल

Published

नई दिल्ली। जिमनास्ट Dipa Karmakar ने सोमवार को जिमनास्टिक से संन्यास की घोषणा की। अपने संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने खेल में अपने सभी उतार-चढ़ावों को याद किया और अपनी यात्रा में भूमिका निभाने वालों के प्रति आभार व्यक्त किया। दीपा एशियाई महिला कलात्मक जिमनास्टिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट है।

आधिकारिक एक्स हैंडल पर संन्यास की घोषणा

अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर Dipa Karmakar ने संन्यास को लेकर पोस्ट किया। उन्होंने इसे कठिन निर्णय बताया और कहा कि उनके लिए खेल को अलविदा कहने का यह सही समय था। दीपा ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, बहुत सोचने के बाद, मैंने ये फैसला लिया है, कि मैं जिमनास्टिक्स से रिटायर हो रही हूं ये फैसला मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन यही सही वक्त है। जिमनास्टिक्स मेरी जिंदगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा है, और मैं हर पल उतार-चढ़ाव और बीच में हर चीज के लिए आभारी हूं।

Dipa Karmakar करियर के बेहतरीन लम्हों को किया याद

Dipa Karmakar ने कहा कि रियो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन उनके करियर का सबसे यादगार पल था। उन्होंने बचपन में फ्लैटफुट होने के कारण जिम्नास्टिक में आने वाली चुनौतियों को भी याद किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा की मुझे वो पांच साल की दीपा याद आती है, जिसको बोला था कि उसके फ्लैट फीट की वजह से वो कभी जिमनास्ट नहीं बन सकती। आज, मुझे अपनी उपलब्धियों को देख कर बहुत गर्व होता है। भारत को विश्व मंच पर प्रतिनिधित्व करना और पदक जीतना, और सबसे खास, रियो ओलंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट परफॉर्म करना, मेरे करियर का यादगार पल रहा है।

एशियाई चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण

दीपा ने एशियाई चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। उन्होंने महिलाओं के वॉल्ट फाइनल में 13.566 के कुल स्कोर के साथ ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, जबकि दक्षिण कोरिया की किम सोन हयांग ने रजत और उनकी हमवतन ज्यो क्योंग बायल ने कांस्य पदक जीता।