असंतुष्ट प्रत्याशी जांच के लिए कोई भी ईवीएम चुन सकेंगे

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नई दिल्ली/डेस्क: निर्वाचन आयोग ने चुनावी ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की जांच से संतुष्ट न होने वाले उम्मीदवारों के लिए एक नया विकल्प प्रदान किया है। इस विकल्प के तहत, चुने हुए उम्मीदवार अपने चुने हुए मतदान केंद्रों की ईवीएम मशीनों की जांच करवा सकते हैं, साथ ही वीवीपैट पर्चियों की भी सत्यापन प्रक्रिया हो सकती है।

निर्वाचन आयोग को इस बारे में भाजपा और कांग्रेस समेत आठ उम्मीदवारों के अनुरोध प्राप्त हुए हैं। इनमें से चार उम्मीदवारों ने लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद ईवीएम में लगे माइक्रो-कंट्रोलर चिप्स में छेड़छाड़ की जांच करवाने का अनुरोध किया है।

इसके अलावा, निर्वाचन आयोग ने घोषित किया कि पांच प्रतिशत ईवीएम की जांच और सत्यापन की प्रक्रिया की अनुमति हो सकती है, परंतु यह शर्त है कि उस क्षेत्र में या सीट पर प्रयुक्त अधिकतम पांच प्रतिशत ईवीएम की जांच हो।

इस तरह की प्रक्रिया के तहत, आयोग इच्छानुसार किसी भी मशीन की जांच और सत्यापन कर सकता है ताकि वह सुनिश्चित कर सके कि मतदान सही रूप से हुआ है। इसमें अधिकतम 1400 मतों की संख्या निर्धारित की गई है। इसी प्रकार, वीवीपैट पर्चियों की भी गिनती और समीक्षा की जाएगी।

लेखक: करन शर्मा