बहराइच/उत्तर प्रदेश: यूपी के आकांक्षात्मक जिले बहराइच की बुनियादी शिक्षा व्यवस्था का जमीनी हाल लेने औचक निरीक्षण पर निकली बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने तावड़तोड़ कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया.
इस दौरान विकास खण्ड चित्तौरा के नगरौर में स्थित परिषदीय विद्यालय में पहुंचते ही डीएम मोनिका रानी ने एक टीचर की भांति सबसे पहले क्लास में एक-एक बच्चों की खुद अटेंडेंस ली. इसके बाद क्लास में मौजूद सभी बच्चों को डीएम साहिबा ने टीचर मैंम बनकर उनको उनके क्लास का स्लेबस पढ़ाया, साथ ही सभी बच्चों को मन लगाकर पढ़ने, गुरूजनों व माता-पिता का आदर सत्कार करने, स्वच्छता अपनाने सहित तमाम तरह के नैतिक ज्ञान का पाठ पढ़ाया.
स्कूल के निरीक्षण के दौरान डीएम ने बच्चों की उपस्थिति पंजिका को हाथ में लेकर बारी-बारी से स्वयं एक-एक बच्चे का नाम बोलकर कक्षा 03 के बच्चों की उपस्थिति का सत्यापन किया।
डीएम ने बच्चों से पूछे गणित के सवाल
निरीक्षण के दौरान डीएम ने देखा कि स्कूल में तैनात सहायक अध्यापिका आकांक्षा त्रिवेदी बच्चों को गणित पढ़ा रहीं थी, जिसपर डीएम ने बच्चों के तार्किक ज्ञान की जांच के लिये क्लास रूम में स्वयं ब्लैक बोर्ड पर बच्चों से जोड़-घटाव के सवाल पूछे, क्लास में उपस्थित बच्चों द्वारा डीएम मैम के सवालों का संतोषजनक उत्तर देने पर जिलाधिकारी ने सभी बच्चों को टॉफी बांटकर उनका उत्साह वर्धन किया.
वहीं डीएम मोनिका रानी ने स्कूल की शिक्षिका आकांक्षा त्रिवेदी की भी पीठ थपथपा कर उनकी जमकर सराहना की, एक शिक्षिका के लिए बहराइच की डीएम मोनिका रानी के हाथों उसकी पीठ थपथपा कर उत्साह वर्धन करने के पीछे एक अलग माईने हैं.
चूंकि प्रशासनिक सेवा में आने से पहले तकरीबन 10 वर्षों तक बहराइच की डीएम मोनिका रानी स्वयं एक शिक्षिका का दायित्व निभा चुकी हैं, आईएएस बनने से पहले डीएम साहिबा अध्यापन का कार्य करती थी जो कि स्वयं एक टीचर थीं. इस लिहाज से डीएम साहिबा शिक्षा और शिक्षक का जमीनी महत्व बखूबी जानती हैं. यही कारण हैं कि जिलाधिकारी मोनिका रानी शिक्षा के मामले में किसी भी तरह की ढिलाही नहीं बर्दास्त करती हैं. जिलाधिकारी मोनिका रानी अच्छा कार्य करने वालों की जहां पीठ थपथपाती हैं, वहीं लापरवाहों पर गाज गिराने में जरा भी गुरेज नहीं खाती हैं.
रिपोर्ट: अजय शर्मा
लेखक: इमरान अंसारी