नई दिल्ली/डेस्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भारत और रूस के संबंधों के बारे में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है और पश्चिमी देशों को चेताया है कि वे दोनों देशों के बीच किसी भी दरार को बढ़ाने की कोशिश करने में सफल नहीं हो सकते। पुतिन ने इसके साथ ही भारत के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि भारत सरकार अपने नागरिकों के हित में स्वतंत्र रूप से काम कर रही है।
पुतिन ने यह भी कहा कि पश्चिमी देश उन लोगों को दुश्मन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनके एकाधिकार से सहमत नहीं हैं, लेकिन भारत अपने राष्ट्र के हित में स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को रूस से दूर करने की कोशिशें व्यर्थ हैं, क्योंकि भारत एक स्वतंत्र देश है और उसके नेतृत्व में विकास हो रहा है।
पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण की सराहना की और कहा कि भारत एक शक्तिशाली देश है, जिसका आर्थिक विकास दर भी 7 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी बताया कि भारत की कोई सीमा नहीं है और वह दुनिया के अन्य हिस्सों में अपनी पहचान बना रहा है।
पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से रूसी तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसके परिणामस्वरूप भारतीय रिफाइनर कंपनियों को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। पुतिन ने इस समय के संदर्भ में भारत के साथ अपने संबंध को महत्वपूर्ण बताया है और दोनों देशों के बीच किसी भी दरार को बढ़ाने की कोशिश को असफल बताया है।
लेखक: करन शर्मा