नई दिल्ली/डेस्क: ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा किया है. स्वाट टीम, इकोटेक वन व दादरी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक मकान में छापेमारी की और चार नाइजीरियन नागरिकों को गिरफ्तार किया.
26 किलो ड्रग्स बरामद
पुलिस ने उस मकान से 26 किलो 670 ग्राम MDMA/ मैथ ड्रग्स बरामद (Drug Dealer Arrested) किया है. जबकि 50 करोड़ का रॉ मटेरियल (Raw Material) बरामद किया. कुल मिलाकर करीब 150 करोड़ का माल बरामद किया गया है.
एक नाइजीरियन भी गिरफ्तार
लोकल इंटेलीजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर स्वाट टीम,इकोटेक वन पुलिस और दादरी पुलिस ने ड्रग्स के साथ एक नाइजीरियन (Drug Dealer Arrested) को गिरफ्तार किया. उस विदेशी की निशानदेही पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए ओमिक्रॉन वन सेक्टर के एक मकान में छापेमारी की गई. उस मकान में ड्रग्स फैक्ट्री तैयार की जा रही थी.
50 करोड़ का रॉ मटेरियल
पुलिस ने वहां से 26 किलो MDMA /मैथ ड्रग्स बरामद किया जिसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये है. वहीं, करीब 50 करोड़ रुपये का रॉ मटेरियल भी बरामद किया गया. इस पूरे माल की कीमत करीब 150 करोड़ रुपये है.
डीसीपी ने दी जानकारी
इस मामले पर डीसीपी साद मिया खान ने बताया कि थाना ईकोटेक प्रथम के प्रभारी अनुज कुमार, थाना दादरी के प्रभारी सुजीत उपाध्याय तथा स्वाट टीम के प्रभारी यतेंद्र सिंह ने एक सूचना के आधार पर बीती रात को गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के पास से ओनय्कची व इमेनुल निवासी नाइजीरिया को गिरफ्तार किया. इनके पास से पुलिस ने एक कार में रखी हुई एमडीएमए मादक पदार्थ बरामद किया. उन्होंने पूछताछ के दौरान बताया कि ओमिक्रान-प्रथम में स्थित एक मकान में वह लोग रहते हैं और वहां पर एमडीएमए और अन्य मादक पदार्थ बनाने की वह लोग फैक्ट्री चलाते हैं.
क्रिस्टल/ एमडीएमए पाउडर
उनकी सूचना के आधार पर पुलिस ने उक्त मकान में छापा मार कर वहां मौजूद इफेनयी जॅनबॉस्को तथा चिडी को गिरफ्तार (Drug Dealer Arrested) किया है. पुलिस ने बताया कि इनके पास से बनी हुई कुल 26 किलो 760 पर ग्राम क्रिस्टल/ एमडीएमए पाउडर, अवैध रूप से मादक पदार्थ बनाने में प्रयोग होने वाले कच्चा माल, उपकरण, रासायनिक माल व रसायन तथा दो कार बरामद हुई है.
कुल 150 करोड़ का पदार्थ जब्त
पुलिस ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी नाइजीरिया से आकर भारत में अवैध रूप से रह रहा था और यह लोग मादक पदार्थ बनाकर देश के विभिन्न भागों में और यहां के विभिन्न विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बेचते थे. बता दें, कुल बरामद मादक पदार्थ की कीमत 150 करोड़ रुपए बताई गई है.
लेखक- वेदिका प्रदीप