नई दिल्ली। मीडिया रिपोर्ट की माने तो महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर जारी इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के बाद दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। सौरभ की गिरफ्तारी की सुचना UAE के अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय में अपने समकक्षों के साथ आधिकारिक तौर पर साझा की।
जल्द ही होगी चंद्राकर की भारत वापसी
ED अधिकारियों ने सौरभ की गिरफ्तारी को लेकर बताया कि सौरभ के प्रत्यर्पण के लिए दस्तावेज प्रक्रिया को आने वाले दिनों में अंतिम रूप दिया जाएगा. जिसके बाद चंद्राकर की भारत वापसी के लिए दस्तावेज यूएई अधिकारियों को सौपा जाएगा. ज्ञात हो कि पिछले साल दिसंबर में चंद्राकर को उसके दुबई वाले घर में नजरबंद रखा गया था और भारतीय जांच एजेंसियों को इसकी सुचना देते हुए सतर्क किया गया था। मीडिया सूत्रों के अनुसार भारतीय एजेंसियाँ चंद्राकर के निर्वासन या प्रत्यर्पण को सुरक्षित करने के लिए कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से भी बातचीत कर रही हैं.
ED के चार्जशीट में चंद्राकर है आरोपी
बता दें कि धन शोधन मामले और महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में PMLA अदालत में पेश की गई प्रारंभिक चार्जशीट में, ईडी ने चंद्राकर और उप्पल समेत कई अन्य को नामजद किया था। इस मामले में कथित तौर पर इसका संबध छत्तीसगढ़ और अन्य क्षेत्रों के राजनीतिक हस्तियों से भी जुड़ा हुआ है।
अपराध की अनुमानित आय करीब 6,000 करोड़ :ED
ईडी का अनुमान है कि इस मामले में अपराध की अनुमानित आय करीब 6,000 करोड़ रुपये है। ईडी अधिकारियों ने बताया है कि जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक ऐप यूएई में एक केंद्रीय मुख्यालय से संचालित किया जाता है. यह भारत में अपने सहयोगियों के साथ पैनल और शाखाओं की फ्रैंचाइज़िंग के रूप में काम करते हैं और 70-30 प्रतिशत के अनुपात में लाभ साझा करते हैं।
-गौतम कुमार