Eid ul-Adha 2024: ईद-उल-अजहा या ईद-उल-जुहा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है, इस्लाम के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह पर्व इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने धू-अल-हिजाह की 10 तारीख को मनाया जाता है। यह वही दिन है जब हज यात्रा भी संपन्न होती है। हज की शुरुआत धू-अल-हिजाह की 8 तारीख से होती है और यह 13 तारीख को समाप्त होती है, जबकि 10 तारीख को ईद-उल-अजहा का पर्व मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह तिथि हर वर्ष बदलती रहती है।
बकरीद का मुख्य आकर्षण जानवर की कुर्बानी होती है, जिसे तीन हिस्सों में बांटा जाता है। पहला हिस्सा गरीबों को दान किया जाता है, दूसरा हिस्सा दोस्तों और रिश्तेदारों में बांटा जाता है, और तीसरा हिस्सा परिवार के लिए रखा जाता है। इस पर्व का महत्व इस्लामिक परंपरा के अनुसार पैगंबर इब्राहिम के अल्लाह के प्रति विश्वास के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने का संकल्प किया था।
सऊदी अरब के अलावा इन देशों में बकरीद आज
जैसा कि हमने पहले बताया है, ईद-उल-अजहा धू-अल-हिजाह की 10 तारीख को मनाई जाती है। हालाँकि, यह पर्व अलग-अलग देशों में चांद दिखने की तारीख के आधार पर अलग-अलग तिथियों पर मनाया जाता है। सऊदी अरब में इस साल 6 जून को धू-अल-हिजाह की शुरुआत हुई थी, इसलिए वहां आज यानी 16 जून को बकरीद मनाई जा रही है।
सऊदी अरब के अलावा, यूएई, कतर, जॉर्डन, कुवैत और अन्य खाड़ी देशों में भी आज ही ईद है। कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में भी लोग आज यानी रविवार, 16 जून को ईद-उल-अजहा का त्योहार मना रहे हैं।
भारत में कब है ईद-उल-अजहा?
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अन्य दक्षिण एशियाई देशों और दक्षिण अफ्रीका में ईद-उल-अजहा एक दिन बाद यानी 17 जून, 2024 को मनाई जाएगी। इन क्षेत्रों में 7 जून को धू-अल-हिजाह का चांद देखा गया था।
आमतौर पर, जम्मू-कश्मीर और केरल जैसे राज्यों में ईद-उल-फित्र का त्योहार भारत के बाकी हिस्सों से एक दिन पहले मनाया जाता है, लेकिन ईद-उल-अजहा के मामले में ऐसा नहीं होता है। इसलिए इस बार भारत में सोमवार, 17 जून को देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा।
ईद-उल-अजहा के मौके पर, हम सबको भाईचारे, त्याग और एकता का संदेश देना चाहिए और इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए।