विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के स्थानों के नाम बदलने की चीन की कोशिशों को किया खारिज

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नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों के नामों को चीन द्वारा बदले जाने के दावों को भारतीय विदेश मंत्रालय ने मनगढ़ंत बताया है। मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा कि ‘मनगढ़ंत नाम’ रखने से यह वास्तविकता नहीं बदलेगी कि यह राज्य भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है, रहा है और हमेशा रहेगा। चीन ने हालिया कोशिश में 30 नए नाम जारी किए गए हैं, जिनको भारत ने स्वीकार नहीं किया है।

गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे जयशंकर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नाम बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं आपके घर का नाम बदल दूं, तो क्या वह मेरा हो जाएगा?

वहीं, दूसरी तरफ इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, “चीन के साथ व्यापार में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है…वहीं जो हमारे देश का अंग है चीन उसपर कब्ज़ा जमाने के लिए मांग कर रहा है…लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक हमारी सीमाओं में चीन घुसपैठ कर रहा है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी चुप्पी साधे हुए हैं।

वहीं बीजेपी की ओर से कांग्रेस पर आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस के कार्यकाल में कभी भी चीन बॉर्डर के पास वाले इलाकों में विकास कार्य नहीं हुए हैं। कांग्रेस ने हमेशा चीन को खुश किया है। लेकिन बीजेपी के शासन काल में बॉर्डर क्षेत्रों में काम हो रहा है। इसलिए ही बौखलाया हुआ है। तभी तो ऐसी हरकतें कर रहा है।