चर्चित बेहमई हत्याकांड में 4 दशक बाद आया फैसला, 1 को उम्रकैद एक बरी, जानिए क्या है बेहमई हत्या कांड?

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कानपुर/उत्तर प्रदेश: यूपी के कानपुर देहात के चर्चित बेहमई हत्याकांड (Behmai Massacre) मामले में अंतिम फैसला आ गया है, 43 सालों के इंतजार के बाद। इस मामले में एक आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, जबकि दूसरे आरोपी को बरी कर दिया गया है। इसमें मुख्य आरोपी फूलन देवी (Phoolan Devi) के साथ करीब 34 आरोपियों का नाम शामिल था। यह फैसला कानपुर देहात की एंटी डकैती कोर्ट द्वारा सुनाया गया है।

क्या है बेहमई हत्या कांड?

14 फरवरी 1981 को बेहमई गांव में एक भयानक हत्याकांड हुआ था। उस दिन एक डकैत समूह ने गांव को घेर लिया और लूटपाट और हत्या की। इस हमले में 20 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए। इस हमले के पीड़ित विधवाओं को न्याय की बाट जोहती रही।

न्याय की लंबी कहानी

इस मामले में न्याय के लिए लंबी लड़ाई लड़ी गई। पीड़ित विधवाओं ने न्याय की खोज में लंबे समय तक संघर्ष किया। अंत में न्याय की प्राप्ति के लिए उनकी लड़ाई जीती गई है। न्यायपालिका का यह फैसला न्याय की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। यह फैसला दिखाता है कि किसी भी प्रकार की अपराधिकता को न्यायपालिका बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों को सजा दिलाएगी। इस फैसले से बेहमई हत्याकांड के पीड़ित परिवारों को न्याय मिला है। इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलेगा कि न्यायपालिका स्थिरता और निष्ठा के साथ काम कर रही है।