Prabha Atre Death: तीन बार पद्म पुरस्कार से सम्मानित और मशहूर शास्त्रीय गायिका प्रभा अत्रे का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 92 साल के दिग्गज गायक उसी दिन मुंबई में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली थीं। दिल का दौरा पड़ने के बाद गायिका को पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई।
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “उनका दुनिया से चले जाना बहुत दुखद है, भारतीय संगीत हमेशा उनका ऋणी रहेगा, मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भगवान उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।”
अनुभवी शास्त्रीय गायिका थीं प्रभा अत्रे
प्रभा अत्रे का जन्म 13 सितंबर 1932 को पुणे में हुआ था। साल 2022 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, हाल ही में 25 दिसंबर को उन्हें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अटल संस्कृति पुरस्कार से सम्मानित किया। इससे पहले उन्हें 1990 में पद्मश्री, साल 2002 में पद्म भूषण और साल 2022 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
अत्रे ने बहुत कम उम्र में ही शास्त्रीय गीत गाना शुरू कर दिया था। अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने एक गायन मंच अभिनेत्री के रूप में भी एक छोटा सा कार्यकाल बिताया। उन्होंने संशाय-कल्लोल, मानापमान, सौभद्रा और विद्याहरण जैसे संगीत नाटकों सहित मराठी थिएटर क्लासिक्स की श्रृंखला में भी भूमिकाएं निभाईं।
वैश्विक स्तर पर शास्त्रीय गायन संगीत को दिलाई पहचान!
उन्हें भारतीय शास्त्रीय गायन संगीत को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है। ख्याल, ठुमरी, दादरा, ग़ज़ल, गीत, नाट्यसंगीत आदि जैसी विभिन्न संगीत शैलियों में भी उन्हें महारत हासिल थी।