किसानों का कहना – बैरिकेड तोड़ने का हमें पूरा तजुर्बा, सरकार को किसानों की बड़ी चुनौती

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नई दिल्ली/डेस्क: किसान ने एक्स पर कहा कि किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू हो चुका है. हजारों किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं. हम रास्ते में कोई ट्रैफिक जाम नहीं कर रहे हैं. पूरे अनुशासन के साथ दिल्ली कूच किया जा रहा है. एमएसपी एक अहम मुद्दा है. सरकार ने बॉर्डर सील कर दिए हैं. लगातार धर-पकड़ की जा रही है. हमारी बात सुनी नहीं जा रही है.

मजदूर इस देश की सबसे बड़ी ताकत है. बैरिकेड तोड़ने का हमें पूरा तजुर्बा है. सरकार रोक रही है, जनता को परेशान कर रही है.

आपको बता दें, कि ये पहली बार नहीं है, जब किसान आंदोलन कर रहे हैं. दो साल पहले दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन हुआ था, तब मोदी सरकार को किसानों के आगे घुटने टेकने पड़े थे और संसद से पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करना पड़ा था. लेकिन अब किसान यूनियनों ने ‘दिल्ली चलो’ का नारा दिया है.

वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को एक दिन के लिए ग्रामीण भारत बंद का आह्वान भी किया है. दो साल पहले सरकार ने न सिर्फ कानूनों को रद्द कर दिया, बल्कि एमएसपी पर गारंटी देने का वादा किया. इसके बाद किसानों ने आंदोलन वापस ले लिया था. लेकिन अब किसानों का कहना है कि सरकार ने एमएसपी को लेकर अपने वादे पूरे नहीं किए.

अब देखना होगा किसानों के इस विरोध प्रदर्शन का सरकार पर कितना असर पड़ता है. क्या सरकार जल्द से जल्द किसानों की मांगों को पूरा करेंगी या फिर किसानों को सड़क पर ही रहने देगी. जैसे ही आगे की कोई अपडेट आती है. हम आपको न्यूज़ इंडिया की वेबसाइट पर ज़रूर देंगे.

लेखक: इमरान अंसारी