Bihar News: बिहार की सियासत में बाहुबलियों की चर्चा बिना छोटे सरकार यानि अनंत सिंह के नहीं हो सकती। इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर तमाम ख़बरों में सुर्खियां बटोर रहे मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह काफी चर्चा में हैं। अनंत सिंह कुछ दिनों पहले ही 15 दिनों के परोल पर जेल से बाहर आएं हैं, कयास यह लगाया जा रहा है कि मुंगेर सीट से चुनाव लड़ रहे एनडीए प्रत्याशी ललन सिंह को इससे फायदा पहुंच सकता है। मुंगेर में इस बार ललन सिंह का मुकाबला आरजेडी के बाहुबली नेता अशोक महतो की पत्नी से है। बता दें कि, अनंत सिंह को गैरकानूनी अधिनियम के तहत 10 साल की सजा हुई है और वह 6 मई को ही जेल से परोल पर बाहर आएं हैं। मुंगेर और आस पास के इलाकों में अनंत सिंह का बड़ा रसूख माना जाता है, और इनको छोटे सरकार के नाम से लोग पुकारते हैं।
कभी नीतीश कुमार के करीबी थे अनंत सिंह
अनंत सिंह की सियासी अदावत की बात करें तो यह कई सालों से चला आ रहा है बात लालू की हो या नीतीश कुमार की अनंत सिंह की अदावत दोनों से रही है। एक समय नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे अनंत सिंह आखिर कैसे बिहार के सीएम से अदावत कर बैठे? बता दें कि नीतीश कुमार की कई तस्वीरें अनंत सिंह के साथ देखने को मिलती थी लेकिन 2015 में आर्म्स एके 47 मिलने के बाद अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ती गई। 2015 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अनंत सिंह उसके बाद भले जेल में चले गए लेकिन उनका राजनीतिक हैसियत कभी कम नहीं हुआ, 2015 विधानसभा चुनाव में उन्होंने निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया और चुनाव जीत गए।
लालू यादव से रहें खट्टे मीठे रिश्ते
एक दौर में अनंत सिंह और लालू प्रसाद यादव के बीच सियासी अदावत खूब देखने को मिलता था लेकिन, नीतीश कुमार से सियासी अदावत के बाद इनका लालू परिवार से नजदीकियां खूब बढ़ी। 2019 में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को महागठबंधन की ओर से मुंगेर सीट पर कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतारा गया, लेकिन वो ललन सिंह से चुनाव हार हार गई। फिर 2020 में उन्होंने आरजेडी ज्वाइन कर लिया और मोकामा सीट से चुनाव लड़ी और इस बार जीत गईं। लेकिन नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ के जाने के बाद नीलम देवी भी बागी हो गईं और जेडीयू के साथ चली गयीं।
लेखक – आयुष राज