Jammu Kashmir Assembly Elections 2024: घाटी में पहले चरण की वोटिंग जारी; 1987 के बाद पहली बार दिखी बदलाव की लहर!

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Jammu Kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए आज (18 सितंबर) सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। 90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में प्रथम चरण में 24 सीटों पर मतदान हो रहा है। इन 24 सीटों पर 219 कैंडिडेट्स अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन सभी सीटों पर सुबह 11 बजे तक 26.72% और 1 बजे तक 41.17% मतदान हो चुका है।

इन 24 सीटों पर जारी है मतदान

प्रथम चरण में सात जिलों के मतदाता आज (18 सितंबर) अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दोरू, कोकेरनाग (ST), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैडर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं।

1987 के बाद पहली बार घाटी में दिखा ये बड़ा बदलाव!

जम्मू-कश्मीर में 1987 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि जब घाटी में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हुईं हैं और सभी पार्टियां घर-घर जाकर देर रात तक चुनाव प्रचार कर रही हैं। घाटी में अभी दूसरे और तीसरे चरण का चुनाव बाकी है, लेकिन अभी तक चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी ऐसी घटना देखने को नहीं मिली है, जिसके लिए घाटी बदनाम हो चुकी थी। केंद्र में भाजपा की सत्ता आने के बाद से जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकबाद और पत्थरबाजों पर काम किया गया है। ताकि घाटी को फिर से जन्नत बनाया जा सके। यही कारण है कि घाटी में अब चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो रहे हैं।

साल 1987 के बाद से घाटी में होने वाले चुनावों का लगातार बहिष्कार करते आए जमात-ए-इस्लामी के नेता अब खामोश हैं। इससे भी हैरानी की बात ये है कि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में जमात के कई नेताओं ने वोट डाल कर लोगों को हैरान कर दिया था। जिसके बाद से ही इस बात का अंदाजा लगा लिया गया था कि इस बार घाटी में विधान सभा चुनाव भी शांतिपूर्ण तरीके से होंगे।

बात दें कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 खत्म होने के साथ ही 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। घाटी में चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा और 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। बता दें जम्मू-कश्मीर में कुल 114 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन राज्य में विधानसभा सीटों के डिलीमिटेशन के बाद चुनाव केवल 90 सीटों पर ही होंगे। बाकी 24 सीटें POK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आती हैं।