नई दिल्ली/डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज राष्ट्रपति भवन में 4 विभूतियों को भारत रत्न से सम्मानित किया. कर्पूरी ठाकुर का पुरस्कार उनके सुपुत्र ने लिया.
चौधरी चरण सिंह
चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे. वे उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री भी रहे थे. PM मोदी ने 9 फरवरी को उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था – हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था.
पीवी नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव देश के 9वें प्रधानमंत्री थे. PM मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था- प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला.
कर्पूरी ठाकुर
राष्ट्रपति मुर्मू ने 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से एक दिन पहले उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी. कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी CM रहे. वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे.
कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन
पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया था. स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक थे. उन्हें भारत में ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है.
PM मोदी ने 9 फरवरी को कहा था- डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है. वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था.
लेखक: इमरान अंसारी