गैस चैंबर बनी देश की राजधानी! जहरीली हवा से निपटने के लिए सरकार का GRIP-3 हथिया तैयार

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नई दिल्ली: बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली की हवा अब जहरीली हो गई है। साथ ही दिल्ली में AQI का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है और कुछ जगहों पर तो यह 900 के स्तर को भी पार कर गया है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार भी हरकत में आ गई है और गुरुवार को लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRIP-3 को जमीन पर लागू करने के लिए सख्ती भी की जा रही है।

प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और आज यह गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI 401 और 500 के बीच को गंभीर माना जाता है। शाम 4 बजे जारी होने वाले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के AQI बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दिल्ली का औसत AQI 468 था।

सफर (SAFAR) के मुताबिक, शाम 5 बजे यह 500 से ज्यादा था। आनंद विहार में यह 999 तक पहुंच गया। दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद भी गंभीर AQI श्रेणी में पहुंच गया है। इस बुलेटिन के मुताबिक, नोएडा का AQI 440, ग्रेटर नोएडा का 494, गाजियाबाद का 410 और फरीदाबाद का 460 दर्ज किया गया।

प्रदूषण रोकने के उपायों पर सख्ती से निगरानी रखी जाएगी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने गुरुवार को GRAP-3 लागू किया है। इसके तहत कुछ आवश्यक कार्यों को छोड़कर निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। लेकिन दिल्ली सरकार ने आज इन आवश्यक निर्माणों को कार्रवाई से छूट देने का फैसला किया है, अगर इन कार्यों को करने वाली एजेंसियां दिल्ली सरकार द्वारा निर्धारित धूल नियंत्रण के 14-बिंदुओं का पालन करेंगी, तो जल्दी ही दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण पर रोक लागाई जा सकती है।

प्रदूष से कैसे निपटा जा रहा है?

दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल हल्के मोटर वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर ये वाहन दिल्ली में चलते पाए गए तो उन पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। दिल्ली में वैक्यूम क्लीनिंग मशीनों और पानी छिड़कने वाली मशीनों की कार्य अवधि बढ़ाई गई। अब ये मशीनें 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम करेंगी।

डीटीसी की 2400 और दिल्ली मेट्रो की 60 अतिरिक्त बसें चलेंगी

इसके साथ ही इन हॉट स्पॉट के अलावा उन जगहों पर भी मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएंगी, जहां प्रदूषण बहुत ज्यादा होगा। ताकि धूल से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। राय ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए डीटीसी की 2400 बसें और दिल्ली मेट्रो की 60 अतिरिक्त बसें चलेंगी।

सरकारी कर्मचारी बस से करेंगे यात्रा!

सरकारी कर्मचारियों को बस से यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय सचिवालय और दिल्ली सचिवालय तक शटल बसें चलाई जाएंगी। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रदूषण की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए सख्त निगरानी तकनीक बनाने का निर्देश दिया गया है।