Ghaziabad News: गरीबी की मार…इंसानियत हुई शर्मसार, चंद पैसों के चलते गई बच्ची की जान!

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Ghaziabad News: गरीबी की मार इतनी बुरी होती है जो एक बच्चे से उसका बचपन और एक जवान से उसके सपने छीन लेती है। इसके जख्म इंसान को अंदर तक घायल कर देते हैं। वहीं जब इस गरीबी का सामना इंसानियत के सौदागरों से होता है तब इंसानियत भी शर्मसार हो जाती है। इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक खबर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से आई है। जहां चंद पैसों ने एक बच्ची से उनकी जिंदगी छीन ली है।

दरअसल, एक गरीब परिवार की बच्ची का इलाज मरियम हॉस्पिटल में चल रहा है। परिजनों ने उस अस्पताल से लड़की को दूसरे अस्पताल के लिए रेफर कराया। बीमार बच्ची को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस की जरूरत थी। इसके लिए मरियम हॉस्पिटल ने एंबुलेंस सर्विस के 6 हजार रुपए मांगे। लेकिन गरीब परिवार ने कम पैसों में किसी दूसरे हॉस्पिटल से एंबुलेंस बुला ली। इसी बीच अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बच्ची के मुंह से ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया। जिसके कारण बच्ची की मौत हो गई।

परिजनों ने बताई आपबीती

परिजनों का आरोप है उन्होंने अपनी बच्ची को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए एक एंबुलेंस बुलाई थी। लेकिन वहां दूसरी एंबुलेंस आ गई। जिसने ज्यादा पैसों की मांग की। वहीं एंबुलेंस का स्टाफ हॉस्पिटल के अंदर चला गया और डॉक्टर से बात करने लगा। इसी बीच अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने उनकी बच्ची के मुंह से ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इस बीच हॉस्पिटल में प्रशासन ने बच्ची को सीपीआर दिया और उसी दौरान बच्ची के मुंह से खून निकले लगा तभी उसकी मौत हो गई। परिवार का कहना है कि चंद पैसों के लिए हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा की गई लापरवाही के कारण उनकी बेटी की मौत हुई है।

पुलिस कर रही मामले की जांच

इस घटना के बाद से लोगों में काफी गुस्सा है। लोग हॉस्पिटल द्वारा की गई इस हरकत की जमकर निंदा कर रहे हैं। साथ ही उनकी मांग है कि हॉस्पिटल और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। बता दें, सूचना के बाद नंदग्राम थाना पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।