वैश्विक स्तर पर बढ़ा देश का कद, पंद्रह सदस्यीय GLOBE Steering Committee के लिए चुना गया भारत

Published
GLOBE Steering Committee

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि बीजिंग में आयोजित एक पूर्ण सत्र के दौरान बहु-चरणीय मतदान प्रक्रिया के बाद भारत को ग्लोब स्टीयरिंग कमेटी(GLOBE Steering Committee) की पंद्रह सदस्यीय संचालन समिति के लिए चुना गया है।

पंद्रह सदस्यीय संचालन समिति का सदस्य होगा भारत

ज्ञात हो की भ्रष्टाचार विरोधी कानून प्रवर्तन प्राधिकरणों का वैश्विक परिचालन नेटवर्क (GLOBE Steering Committee) जी20 की एक पहल थी। संचालन समिति के सदस्य के रूप में भारत भ्रष्टाचार और संपत्ति वसूली के खिलाफ वैश्विक एजेंडे को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। CBI ने बताया भ्रष्टाचार से निपटने में भारत की विशेषज्ञता और अनुभव ग्लोब स्टीयरिंग कमेटी के लिए मूल्यवान साबित होगी।

2020 में शुरू हुआ था पहल

आपको बता दें, ग्लोब स्टीयरिंग कमेटी अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। जहां भारत की भागीदारी सीमा पार वित्तीय अपराधों और भ्रष्टाचार से निपटने के प्रयासों को मजबूत करेगी। भारत ने 2020 में इस पहल का समर्थन किया था। ग्लोबई नेटवर्क को आधिकारिक तौर पर 3 जून, 2021 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष सत्र (UNGASS) में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान लॉन्च किया गया था।

CBI और ED हैं GLOBE Steering Committee के सदस्य

GLOBE Steering Committee में पहले 121 देश थे, जो अब 219 सदस्य प्राधिकरण हैं। ग्लोबई नेटवर्क के लिए गृह मंत्रालय केंद्रीय प्राधिकरण है और भारत से CBI और ED इस नेटवर्क के सदस्य प्राधिकरण हैं। जहाँ दुनिया भर की एजेंसियाँ सर्वोत्तम प्रथाओं और आपराधिक खुफिया जानकारी को साझा करती हैं, रणनीति बनाती हैं और भ्रष्टाचार से निपटने के साझा उद्देश्य में सहयोग करती हैं। संगठन को नेतृत्व प्रदान करने के लिए नेटवर्क में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष और संचालन समिति में 13 सदस्य हैं।

-गौतम कुमार