Greater Noida: पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पैसों की लालच में राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे थे. बिसरख थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का बड़ा खुलासा किया है. इस संबंध में पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से 500 से अधिक पासपोर्ट बनाने के सुबूत भी मिले हैं. एक पासपोर्ट के एवज में 20 हजार रुपये लिए जाते थे, जो कि 8 दिनों में बनाकर दे देते थे.
फर्जी दस्तावेजों का किया जाता था इस्तेमाल
वहीं, डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, पकड़ा गया सचिन जौहरी गैंग का सरगना है. ये गैंग पैसे के लालच में राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे थे. पकड़ा गया सचिन जौहरी पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारियों की मदद से फ़र्ज़ी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाता था. इसके साथ ही पुलिस ने विनोद कुमार, संजीद, संदीप कुमार, वीरेंद्र गर्ग, वीरेंद्र सक्सेना, दुर्गेश कुमार को गिरफ्तार किया है.(Greater Noida)
आधार कार्ड का एड्रेस बदलकर फर्जी पते पर करते थे अप्लाई
डीसीपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य सुनियोजित ढंग से काम करते थे. सबसे पहले यह नकली नोटरी की मुहर के माध्यम से फर्जी रेंट एग्रीमेंट तैयार करते, फिर आधार कार्ड का एड्रेस बदलकर फर्जी पते पर पासपोर्ट अप्लाई करते थे. उसके बाद पासपोर्ट कार्यालय के बिचौलिए संदीप कुमार की मदद से यह तत्काल में पासपोर्ट तैयार कराते थे.
यूपी पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़ा, सॉल्वर गैंग की मदद से बने दारोगा, ऐसे खुली पोल
आरोपी एक पासपोर्ट के 20 हजार रुपए तक वसूल करते थे. इस तरह से सिर्फ नोएडा में 500 पासपोर्ट तैयार कराए थे. यानी फर्जी पासपोर्ट के जरिए यह गिरोह एक करोड़ रुपए से अधिक की रकम इकट्ठा कर चुका है. पासपोर्ट के लिए यह लोग दूरदराज के लोगों को एक ऐप के माध्यम से जाल में फंसाते थे. महज 8 दिनों मे फ़र्ज़ी दस्तावेज के आधार पर तत्काल सेवा में पासपोर्ट बनाया करते थे.