Haldwani Violence: प्लानिंग के तहत हुई हल्द्वानी में हिंसा?

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नई दिल्ली/डेस्क: हल्द्वानी, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हिंसा की वजह से माहौल बदहाल है। नैनीताल जिले की डीएम, वंदना सिंह, ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी के विभिन्न हिस्सों में कार्रवाई की गई है। हल्द्वानी में हुई हिंसा प्लानिंग के तहत हुई थी, जिसमें पुलिस टीम पर हमले के लिए पहले से ही पत्थर रखे गए थे। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और पुलिस तैनाती बढ़ाई गई है।

डीएम ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है, और सभी को नोटिस और सुनवाई का समय दिया गया था। कुछ लोग हाईकोर्ट गए, कुछ को समय मिला, और कुछ को नहीं। जहां समय नहीं दिया गया, वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम द्वारा तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई।

प्लानिंग के तहत हुआ हमला

डीएम ने वीडियो दिखाकर कहा कि किसी को भड़काया नहीं गया और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। फिर भी, कार्रवाई के लिए पहुंची नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की टीम पर हमला किया गया। डीएम ने आगे बताया, ‘पत्थरों के हमले के बाद भी जब हमारी टीम पीछे नहीं हटी तो तुरंत पत्थरों के साथ आने वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया। फिर दूसरी भीड़ आई, जिसके पास पेट्रोल बम थे। ये अकारण किया गया हमला था, हमारी टीम ने कोई बलप्रयोग नहीं किया था।

धार्मिक संरचना के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं था मदरसा-मस्जिद

उस इलाके में एक अवैध मदरसा और मस्जिद को गिराया गया, और यह एक खाली संपत्ति थी, जिस पर दो इमारतें बनी हुई थीं। डीएम ने आगे बताया कि इसे धार्मिक संरचना के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं किया गया था और न ही इसे मान्यता मिली थी। इन इमारतों पर नोटिस लगाया गया और उन्हें तीन दिनों के भीतर खाली करने का आदेश दिया गया था।

संपत्तियों पर किसी तरह कोई रोक नहीं थी, जिसके बाद तोड़फोड़ अभियान जारी रखने का फैसला किया गया। अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसलिए यहां भी ऐसा किया गया। डीएम ने कहा कि उनकी टीम और मशीनें वहां पहुंचीं और किसी को भी उकसाया या नुकसान नहीं पहुंचाया गया।

लेखक: करन शर्मा