नई दिल्ली/डेस्क: इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच लड़ाई (Israel Hamas war) जारी है। इस विवाद के बीच, इजरायल ने हमास को बड़े खतरनाक आतंकी समूह के रूप में दिखाया है। इस लड़ाई में, इजरायल के गाजा पट्टी में एक म्यूजिक फेस्टिवल के पास से 260 शव मिले हैं। इसके बाद, भारत ने इजराइल का साथ देकर हमास के खिलाफ खड़ा होने का समर्थन दिया है।
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने बताया कि उनके देश को भारत से जरूरी समर्थन चाहिए, क्योंकि भारत खुद आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है और इसकी महत्वपूर्ण चुनौतियों को समझता है। उन्होंने ईरान पर आरोप लगाया कि ईरान ने हमास को हथियार प्रदान किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के बाद इजराइल के साथ एकजुटता दिखाई और इसे “आतंकवादी हमला” कहा। उन्होंने इजराइल में होने वाले इस हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जाहिर की।
हमास ने शनिवार को इजराइल पर तब हमला किया जब इजराइल में एक धार्मिक छुट्टी थी और दक्षिणी इजराइल में गाजा के पास किबुत्ज रीम के पास नेचर पार्टी नामक म्यूजिक फेस्टिवल आयोजित किया गया था। हमास के हमलावरों ने इस फेस्टिवल पर हमला किया और बिना किसी वजह के अंधाधुंध फायरिंग करके बहुत सी लाशें बिछा दी। इसके परिणामस्वरूप, वहां से 260 शव मिले हैं।
इजराइली सेना के प्रवक्ता ने हमास को एक बड़े आतंकी समूह के रूप में दिखाया है और इसे इजराइल के लिए उनका 9/11 कहा है। उन्होंने कहा कि हमास ने आतंकी समूह ISIS से भी ज्यादा खतरनाक आतंकी हमला किया है और उन्होंने अनेकों इजराइली नागरिकों की हत्या की है और बहुत से लोगों को गाजा में बंधक बनाया है।
लेखक: करन शर्मा