Hardik-Natasha Divorce: Hardik Pandya ने प्रॉपर्टी बचाने के लिए Natasha के साथ खेला बड़ा गेम

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Hardik-Natasha Divorce: ‘गुजराती’ हमेशा ‘गुजराती’ ही रहेगा, चाहे वह अंबानी हो या पीएम मोदी, या हार्दिक पांडेया, आप उन्हें सदैव दूरदर्शी पाएंगे। इसलिए गुजरात के लोगों की दृढ़ता और साहस का उल्लेख करना गलत नहीं होगा। अब आप कहेंगे अंबानी और मोदी का दूरदर्शी होना तो समझ आता है, लेकिन पंड्या कबसे दूरदर्शी हो गए हैं? अगर वे इतने दूरदर्शी होते तो उनके एक गलत फैसले के कारण न तो मुंबई और न ही गुजरात हारती और न ही उन्हें इतनी नफरत मिलती।

भले ही उनका यह फैसला गलत साबित हुआ हो, लेकिन उनकी जिंदगी के एक फैसले ने उनके करोड़ों रुपये बचा लिए। आपको आश्चर्य हो सकता है कैसे? आपने उनकी पत्नी नताशा और उनके तलाक की अफवाहों के बारे में तो सुना ही होगा, जिसके बाद ये भी सुनने में आया था कि तलाक के बाद हार्दिक की 70 फीसदी संपत्ति नताशा की हो जाएगी।

अब आप सोचेंगे कि जो व्यक्ति इतना महत्वाकांक्षी है कि गुजरात छोड़कर मुंबई आ जाता है, और वो भी इस शर्त पर कि उसे कैप्टन बनाया जाएगा, वह अपनी संपत्ति का 70 प्रतिशत हिस्सा इतनी आसानी से कैसे दे सकता है?

लेकिन हमने कहा था कि ‘गुजराती’ हमेशा ‘गुजराती’ ही रहेगा, पंड्या ने पहले ही संपत्ति अपनी मां के नाम कर दी है, जिसके बारे में उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बताया था, शायद उन्हें पता था कि आगे क्या हो सकता है। ऐसे में नताशा को पंड्या की 70 प्रतिशत संपत्ति का गुजारा भत्ता नहीं मिलने वाला है क्योंकि उनके नाम पर कुछ भी नहीं है। लेकिन हम अब भी उम्मीद करते हैं कि पांडेया और नताशा के तलाक की ये खबर महज अफवाह निकले और उनका तलाक न हो।