Hathras Stampede Incident: 2 जुलाई को साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में अचानक हुई भगदड़ में121 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे को लेकर एसआईटी ने 300 पन्नों की जांच रिपोर्ट सबमिट कर दी है। जानकारी के मुताबिक एसआईटी की इस रिपोर्ट में 119 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, सत्संग का आयोजन कराने वाली कमेटी की लापरवाही के कारण हादसा हुआ। सत्संग में 80 हजार लोगों के जानें की अनुमति थी लेकिन वहीं शामिल होने वालों की संख्या 2 लाख के करीब रही। जिसके बाद अब प्रशासन और आयोजन कमेटी भी सवालों के घेरे में आ खड़ी हुई है।
हाथरस हादसे पर SIT ने सबमिट की 300 पन्नों की जांच रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक, एसआईटी ने हादसे पर 300 पन्नों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए 119 लोगों से बातचीत की और उनके बयान दर्ज किए। साथ ही जाना कि आखिरकार सत्संग में क्या हुआ था? जांच कर रही टीम में एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी शामिल थीं।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, मंगलवार को हाथरस जिले के फुलराई गांव में भोले बाबा का प्रवचन कार्यक्रम चल रहा था। समापन के बाद वहां अचानक भगदड़ मच गई। जिसके बाद कार्यक्रम में शामिल होने आए करीब 121 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे पर पीएम मोदी, सीएम योगी ने दुख जताते हुए मृतक परिवार को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया।
लेखक-प्रियंका लाल