कौन हैं भोले बाबा? सरकारी नौकरी से संत बनने की कहानी

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Hathras Stampede: एक धार्मिक समागम का हिस्सा बनने पहुंचे लोग अचानक हुई भगदड़ से हमेशा के लिए मौत की नीद सो गए। दरअसल, 2 जुलाई मंगलवार को नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के समापन पर अचानक भगदड़ मच गई। जिसमें करीब 121 लोगों की मौत हो गई। आखिर कौन है भोले बाबा? जिनके सत्संग में ये हादसा हुआ है, जानते हैं।

कौन है भोले बाबा?

मिली जानकारी के मुताबिक, संत भोले बाबा कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाले हैं। भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताते हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि 26 साल पहले बाबा सरकारी नौकरी छोड़ धार्मिक प्रवचन करने लगे। अभी भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली के साथ देशभर में लाखों अनुयायी हैं।

क्या है पूरा मामला?

बता दें, मंगलवार को हाथरस जिले के फुलराई गांव में भोलेबाबा का प्रवचन कार्यक्रम चल रहा था। समापन के बाद वहां अचानक भगदड़ मच गई। जिसके बाद कार्यक्रम में शामिल होने आए करीब 121 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे पर पीएम मोदी, सीएम ने दुख जताते हुए मृतक परिवार को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं खबर आ रही है कि हाथरस कांड के आरोपी भोले बाबा को पुलिस ने मैनपुरी में हाउस अरेस्ट कर लिया है । रात्रि 2 बजे से भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। आश्रम की गतिविधियों पर फिलहाल रोक लगाई गयी है।

लेखक-प्रियंका लाल

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