हाईकोर्ट वकील ने रेप पीड़िता को बनाया हवस का शिकार:ऑफिस में दुष्कर्म कर अश्लील तस्वीरें खीचीं, लुकआउट नोटिस जारी

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नई दिल्ली/डेस्क: केरल पुलिस ने 14 जनवरी को हाईकोर्ट के सीनियर वकील पीजी मनु के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, क्योंकि उन पर रेप विक्टिम से ही रेप करने का आरोप है। मामला अक्टूबर 2023 का है, जब 25 साल की एक रेप विक्टिम कानूनी सलाह लेने के लिए मनु के पास गई थी।

माता-पिता बाहर इंतजार करते रहे थे

शिकायतकर्ता महिला के अनुसार, आरोपी ने 9 अक्टूबर को पहली बार महिला का रेप करने की कोशिश की थी, जब वह अपने माता-पिता के साथ उनके कदवंथरा ऑफिस गई थी। मनु ने महिला के माता-पिता को बाहर इंतजार करने का बहाना बनाया और उसके साथ कमरे में घुसकर रेप किया। पीड़ित महिला ने बताया कि जब उसने इस हरकत का विरोध किया, तो आरोपी ने 2018 के मामले को पलटने और उसे आरोपी बनाने की धमकी दी।

इस मामले में, पुलिस ने महिला की शिकायत पर आधारित होकर मामला दर्ज किया है, जिसमें वकील पर IPC की धारा 376 के तहत यौन उत्पीड़न और आईटी एक्ट के तहत भी आरोप लगा है। उसे गिरफ्तार करने के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है, और हाईकोर्ट ने उसे सरेंडर करने के लिए 10 दिन का समय दिया है।

महिला ने बताया कि आरोपी वॉट्सऐप कॉल और चैट के माध्यम से भी अश्लील बातें करता था। पीड़ित के घर पर जब कोई नहीं था, तो आरोपी ने 24 नवंबर को उसके घर में घुसकर उसके साथ तीसरी बार रेप किया। महिला ने शिकायत में यह भी कहा कि आरोपी ने रेप के अलावा उसकी अश्लील तस्वीरें भी खींची थीं।

इस मामले में पुलिस ने IPC की धारा 376 के तहत यौन उत्पीड़न के अलावा आईटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया है। एर्नाकुलम ग्रामीण SP को दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की है।

लेखक: करन शर्मा