अस्थाई गौशालाओं में हो रही गायों की दुर्दशा, भोजन पानी के अभाव में गौवंश तोड़ रहे दम

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कासगंज/उत्तर प्रदेश: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां गौ सेवा और गायों की स्थिति सुधारने के लिए करोड़ो रुपए खर्च कर रहे हैं। वहीं, कासगंज जिले में जिम्मेदार अधिकारी उनके मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण सिढ़पुरा विकास खंड क्षेत्र के पिथनपुर गांव की अस्थाई गौशाला में देखने को मिला।

गाय गंदा पानी पीने को मजबूर!

जहां पर दो गाय मृत अवस्था पड़ी मिलीं और उनके शव को कौवे नोचते नजर आए। यही नहीं एक और गाय मरणासन्न स्थिति में मिली, जिसके मरने का इंतजार था और गौशाला में पानी के पीने के लिए बनाए गए हौदें भी सूखे पड़े हुए थें। तो वहीं, एक हौदे में गंदा पानी पड़ा था जिसे पशु पीने के लिए मजबूर है।

बता दें कि कासगंज जनपद के सिढ़पुरा विकास खंड क्षेत्र के पिथनपुर गांव की गौशाला में लगभग 200 के आसपास गौवंश रखे गए हैं। इस गौशाला पर सुबह की पाली में देखभाल करने के लिए सफाई कर्मचारी को सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक के लिए लगाया गया है और दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक मात्र एक सफाई कर्मचारी को देखभाल के लिए लगाया गया है।

भोजन-पानी के अभाव में दम तोड़ रहें गौवंश!

वहीं रात में चौकीदारी के लिए कर्मचारी को लगाया गया है। लेकिन फिर भी हालत यह है कि मृत गौवशों को कौवे अपना निवाला बना रहे हैं और भोजन पानी के अभाव में गौवंश दम तोड़ रहे हैं। मृत गौवशों को दफनाने के लिए गौशाला के बहार गड्ढा बनाया गया है।

जिसमें मृत गौवशों को डालकर छोड़ दिया जाता है। जिसे कुत्ते अपना निवाला तो बनाते ही है। इस गड्ढे में लगभग दो से तीन गौवशों के शव डाले गए थे। जोकि काफ़ी ज्यादा बदबू दे रहे थें। जब इस संबंध में मीडिया कर्मियों ने ग्राम पंचायत सचिव अजीत शर्मा से बात करनी चाही तो वह मीडिया कर्मियों के कैमरे के सामने बोलने से बचते नजर आए।