भारत ने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू मंदिरों और मंडपों पर हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक मजबूत बयान जारी कर मंदिरों की तोड़फोड़ की निंदा की और बांग्लादेश सरकार से अपने अल्पसंख्यक हिंदू आबादी की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि, “हमने ढाका के तंतीबाजार में पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में जेशोरेश्वरी कली मंदिर में चोरी की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है. ये घटनाएं निंदनीय हैं. ये घटनाएं कई दिनों से हमें देखने को मिल रही मंदिरों और देवताओं की तोड़फोड़ की एक संगठित पैटर्न का हिस्सा हैं.”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक स्थलों पर हमले और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद विदेश मंत्रालय का यह बयान आया है. बता दें कि शुक्रवार (11 अक्टूबर) रात को ढाका के तंतीबाजार इलाके में एक मंदिर पर आग लगा दी गई थी, जिससे वहां पूजा कर रहे लोगों में अफरातफरी मच गई. लेकिन राहत की बात ये रही कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें पांच लोग घायल हो गए।
बांग्लादेश में जारी हिंसा के दौरान हिंदुओं और हिंदू मंदिरों को लगातार टारगेट किया जा रहा है. हालही में बांग्लादेश में ऐसी एक और घटना देखने को मिली थी, जिसमें दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी सतखीरा जिले में एक हिंदू मंदिर (मां काली) से देवी का मुकुट चोरी हो गया था. ये वही हस्तनिर्मित स्वर्ण मुकुट था जिसे बांग्लादेश दौरे के दौरान पीएम मोदी ने देवी को अपने हाथों से चढ़ाया था.
इस घटना पर क्या बोली बांग्लादेश पुलिस?
इस घटना पर बांग्लादेश पुलिस ने बताया कि इस महीने दुर्गा पूजा उत्सव से जुड़ी करीब 35 हिंसक घटनाओं के सिलसिले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस महानिरीक्षक (IGP), मोहम्मद मोइनुल इस्लाम ने आश्वासन दिया कि अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और आगे अशांति भड़काने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.