Digital Arrest News: साइबर ठगों के हौसले भारत में दिन ब दिन बुलंद होते जा रहे हैं. इस साल की पहली तिमाही (जनवरी से अप्रैल) में साइबर ठगों ने भारतीयों से “डिजिटल गिरफ्तारी” के माध्यम से 120.30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय एक्शन मोड में आ गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है. जो डिजिटल अरेस्ट के मामलों की जांच कर रही एजेंसियों और पुलिस द्वारा की गई जांच की मॉनिटरिंग करेगी.
गृह मंत्रालय डिजिटल अरेस्ट को लेकर हुआ सख्त
इस कमेटी के प्रमुख इंटरनल सिक्योरिटी के स्पेशल सेक्रेटरी होंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय के I4C विंग ने सभी राज्यों की पुलिस से संर्पक कर कमेटी की जानकारी दी है. साथ ही डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है. सूत्रों के मुताबिक, इस कमेटी की निगरानी गृह मंत्रालय के आंतरिक सुरक्षा सचिव करेंगे.
डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें?
Digital Arrest से बचने के 3 तरीके हैं- रुकें, सोचें और कार्रवाई करें. यदि संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग करें. डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई समस्या आने पर 1930 डायल करें. साथ ही पुलिस को भी सूचित करें.