हल्द्वानी में कैसे भड़की हिंसा की आग? जानिए आगजनी के पीछे की असल कहानी

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नई दिल्ली/डेस्क: हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में स्थित एक बगीचे में बनी अवैध मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन और पुलिस ने कठिन कदम उठाए हैं। इस कार्रवाई के दौरान, मीडिया कर्मियों पर हमला हुआ और गुरुवार शाम को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी हमला किया। इस हमले में चार उपद्रवियों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हैं।

कैसे फैली हिंसा?

हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में एक मदरसा और नमाज स्थल ‘अवैध’ रूप से बना था। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि इस स्थल के पास तीन एकड़ जमीन थी, जो कि नगर निगम ने पहले ही कब्जे में ले ली थी। इसके बाद नगर निगम ने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को सील कर दिया। गुरुवार को अवैध मदरसे और नमाज स्थल को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया।

मगर, जैसे ही अवैध मदरसे को ढहाया गया, वैसे ही हिंसा शुरू हो गई। एसएसपी प्रह्लाद मीणी ने बताया कि मदरसा और मस्जिद अवैध रूप से अतिक्रमित सरकारी भूमि पर बनाए गए थे। इन दोनों ही स्थलों को ढहाने से पहले अदालत के आदेश का पालन करते हुए भारी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया था। हालांकि, पुलिस और पीएससी की मौजूदगी के बाद भी हालात बेकाबू हो गए और पथराव की शुरुआत हो गई।

जब दोनों इमारतों को ध्वस्त करने की शुरुआत हुई, तो बड़ी संख्या में महिलाओं सहित गुस्साए निवासी कार्रवाई का विरोध करते हुए सड़कों पर उतर आए। उन्हें बैरिकेडिंग तोड़ते हुए और पुलिस कर्मियों से बहस करते हुए देखा गया। अधिकारियों ने बताया कि मदरसा-मस्जिद के ढहाये जाने के बाद भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसमें नगर निगम के कर्मचारी, पत्रकार और पुलिसकर्मी घायल हो गए।

इसके बाद, देहरादून, हरिद्वार, और उधमसिंहनगर जिलों में पुलिस ने पूरी तरह से अलर्ट जारी किया है। सभी थाना कोतवालों को संवेदनशील इलाकों में नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं और शहर भर में पुलिस की मूवमेंट बढ़ा दी गई है। इंटरनेट सेवा हल्द्वानी में बंद है, जो चर्चा और जानकारी को प्रभावित कर सकता है।

दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश

सीएम पुष्कर धामी ने भी अपडेट लेने का कार्य शुरू कर दिया है और राज्यभर में पुलिस अलर्ट जारी है। देहाती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं और सड़कों पर अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है। सीएम ने अधिकारियों से मामले के अपडेट लेने के लिए भी कहा है।

देहरादून में भी प्रशासन अलर्ट पर है, और डीएम और एसएसपी ने संवेदनशील इलाकों का दौरा किया है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए सतर्कता बढ़ाई जा रही है और आम जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, घटना में घायल लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर रखा है और उपद्रवी तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

लेखक: करन शर्मा