2021 से अब तक जम्मू-कश्मीर में कितने आतंकी हमले में हुए कितने जवान शहीद?

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जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का बढ़ता ग्राफ इस बात की गवाही देता है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद भी जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का आतंक थमा नहीं है, बल्कि 2024 में नई मोदी सरकार के आते ही इन आतंकियों ने घाटी को अपने आतंक से दहला दिया है, जिससे यहां के नागरिक डरे हुए हैं। जुलाई 2024 में ही घाटी में 4 बड़े आतंकी हमलों ने देश के लोगों को आतंक का सामना करने पर मजबूर कर दिया। इन हमलों में सेना के कई जवान शहीद हुए और कई अन्य घायल हुए।

विगत कुछ हफ्तों में, जम्मू-कश्मीर में कटूहा और डोडा में आतंकी हमलों में वृद्धि देखने को मिली। कटूहा में हुए हमले में पांच जवान शहीद हो गए जबकि 15 जुलाई को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए थे।

2021 से 2024 तक घाटी में कई आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें सेना के कई जवान शहीद हो गए हैं।

  • 2021: इस वर्ष में 4 बड़े आतंकी हमले हुए थे। 19 अगस्त को राजौरी के थानामंडी में 2 जवानों की शहादत हुई थी। इसके बाद 11 अक्टूबर को पूंच में 5 जवानों की शहादत हुई थी। 16 अक्टूबर को भाटा दुरियां में चार जवान और दो अधिकारी शहीद हुए थे, जबकि 30 अक्टूबर को एक विस्फोट में दो जवान और एक अधिकारी शहीद हुए थे।

  • 2022: इस साल राजौरी के परगल में 11 अगस्त को 5 जवानों की शहादत हुई थी।

  • 2023: इस साल में 4 बड़े हमले हुए थे। 20 अप्रैल को भाटा दुरियां में 5 जवानों की शहादत हुई थी। 7 मई को राजौरी में पांच कमांडो और एक आर्मी मेजर की शहादत हुई थी। 22 नवंबर को बाजीमल में सेना के दो कैप्टन और पांच जवान शहीद हो गए और 21 दिसंबर को पुंछ में एक और बड़ा हमला हुआ जिसमें हमारे 5 जवान शहीद हो गए।

  • 2024: इस साल अब तक 4 बड़े हमले हो चुके हैं। पहला हमला 4 मई को पुंछ में हुआ था जिसमें वायुसेना के एक अधिकारी की मौत हो गई थी। 11 जून को कटुहा में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था। 8 जुलाई को बरनोटा गांव में 5 जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकी मारा गया था। 15 जुलाई को फिर एक बड़े हमले में सेना के एक कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए थे। इन घटनाओं से साफ है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं और यहां सेना के जवानों की सुरक्षा को लेकर स्थिति गंभीर है।

लेखक: करन शर्मा