नई दिल्ली: डॉ. एस जयशंकर का चीन, पाकिस्तान, मोदी सरकार की 9 साल की विदेश नीति, भारत के खिलाफ बयान और एक नौकरशाह से कैबिनेट मंत्री बनने तक के उनके परिवर्तन से संबंधित ANI पर एक इंटरव्यू किया गया। जयशंकर का ये इंटरव्यू ANI की एडिर स्मिता प्रकाश ने किया। जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनके हर सवालों का जबाव बड़ी ही सरलता से दिया। चीन मुद्दे पर जयशंकर ने कहा है कि हम चीन से नहीं डरते हैं। अगर डरते होते तो बॉर्डर पर सेना तैनात नहीं करते। कांग्रेस को तो ईमानदारी से ये देखना चाहिए कि 1962 में क्या हुआ था। लद्दाख में पैंगोंग झील के पास का इलाका 1962 से चीन के अवैध कब्जे में है।
लगता है लंदल और न्यूयॉर्क में चुनावी मौसम है- जयशंकर
डॉ. जयशंकर ने इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने वाले विदेशी मीडिया, कांग्रेस पार्टी, BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री और अमेरिकी बिजनेसमैन जॉर्ज सोरोस के बयानों की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 1984 में दिल्ली में जो हुआ उस पर अब तक डॉक्यूमेंट्री क्यों नहीं बनाई गई? इस वक्त इन सारी रिपोर्ट्स और बयानों का सिर्फ एक ही मतलब है कि लंदन और न्यूयॉर्क में चुनावी मौसम शुरू हो गया है।
मैं राहुल गांधी से सीखने के लिए तैयार हूं- जयशंकर
एक सवाल का जवाब देते हुए एस. जयशंकर ने कहा कि मैं सबसे लंबे समय तक चीन का राजदूत रहा और बॉर्डर मु्द्दों को डील कर रहा था। मैं ये नहीं कहूंगा कि मुझे सबसे अधिक ज्ञान है मगर मैं इतना कहूंगा कि मुझे इस(चीन) विषय पर काफी कुछ पता है। अगर उनको(राहुल गांधी) चीन पर ज्ञान होगा तो मैं उनसे भी सीखने के लिए तैयार हूं।
आपने बीजेपी को क्यों चुना?
एस. जयशंकर ने इस सावाल का उत्तर एक वाक्या बताते हुए दिया कि मेरे पिता सरकारी अधिकारी थे और वो 1979 में जनता सरकार में सचिव बने थे लेकिन उन्हें सचिव पद से हटा दिया गया था। 1980 में वे रक्षा उत्पादन सचिव थे। जब इंदिरा गांधी दोबारा चुनी गईं थीं तब उन्होंने उनको पद से हटा दिया था। वे काफी ज्ञानी थे, शायद यही दिक्कत थी।
इसलिए उन्हें पूर्व पीएम राजीव गांधी के कार्यकाल में भी हटा दिया गया था। जबकि ये कैबिनेट (मोदी सरकार) एक टीम कैबिनेट है। इसमें हम अपने निर्णय नहीं ले सकते, बल्कि पूरी टीम लेती है। जब मुझे मंत्री के रूप में चुना गया था तब मैं सांसद नहीं था और न ही कोई राजनीतिक पार्टी का सदस्य था। मेरे पास विकल्प था कि मैं राजनीतिक पार्टी चुनूं या नहीं। मैंने इस पार्टी को इसलिए चुना, क्योंकि ये पार्टी देश की भावनाओं को अच्छे से समझती है। आप जब कैबिनेट का हिस्सा होते हैं तो आपको बहुत कुछ जानने को मिलता है।
Written by:- Sarfaraz Saifi, Vice President News