अंपायर दे देते वाइड बॉल तो कोहली नहीं बना पाते सेंचुरी, क्या सच में हुई है बेईमानी, जानिए नियम…

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नई दिल्ली: विराट कोहली ने शानदार शतक लगाकर भारतीय क्रिकेट टीम को गुरुवार को क्रिकेट विश्व कप 2023 में बांग्लादेश पर आसान जीत दिलाई, लेकिन मैच के बाद अंपायर रिचर्ड केटलबोरो का एक विवादास्पद फैसला चर्चा का प्रमुख विषय बन गया।

दरअसल, ये बात उस वक्त की है जब कोहली 97 रन पर खेल रहे थे और भारत को जीत के लिए दो रनों की जरूरत थी। तभी बांग्लादेश के गेंदबाज नसुम अहमद ने लेग स्टंप पर गेंद फेंकी। कोहली स्टंप्स की ओर थोड़ा खिसके और विकेटकीपर ने इसे लेग साइड पर पकड़ लिया। हालांकि, अंपायर ने इसके बाद भी टीम इंडिया को वाइड बॉल नहीं देने का फैसला किया और इसके बजाय, डिलीवरी को डॉट बॉल माना गया।

मौका मिलते ही कोहली ने जड़ा शतक

इस घटना के ठीक दो गेंद बाद कोहली ने एक जोरदार छक्के के साथ अपना 48वां वनडे शतक पूरा किया। जबकि विकेटकीपर द्वारा बॉल को लेग साइड पर पकड़ने के बावजूद भी बॉल को वाइड न देने पर अंपायर के फैसले से प्रशंसक भ्रमित हो गए थे। जब इसपर सवाल उठा तो पाया गया कि उस बॉल को वाइड देना का कारण 2022 में मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब द्वारा नियम में बदलाव था।

बॉल को क्यों नहीं दिया गया वाइड? मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब यानी MCC कहता है कि यदि बल्लेबाज गेंद के दौरान मूव कर रहा है तो उस दौरान डाली गई बॉल को अंपायर वाइड नहीं दे सकता है। मार्च 2022 में वाइड बॉल के नियमों बदलाव के बाद MCC के 22.4 नियम के अनुसार, अगर बल्लेबाज हिलने-डुलने से गेंद उसके पास से वाइड निकल जाती है, तो अंपायर ऐसी किसी भी डिलीवरी को वाइड नही ठहराएगा।

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