ITR भरने के बाद कर रहे रिफंड का इंतजार तो हो जाएं सावधान, वरना खाली हो जाएगा आपका बैंक अकाउंट

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इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है, और इस समय टैक्सपेयर्स अपने काटे गए TDS का रिफंड प्राप्त करने के लिए तत्पर हैं। लेकिन इस प्रक्रिया के बीच साइबर अपराधियों ने रिफंड का बहाना बनाकर धोखाधड़ी करने का एक नया तरीका खोज लिया है। आयकर विभाग ने इस संदर्भ में एक चेतावनी जारी की है।

क्या है धोखाधड़ी का तरीका?

आयकर विभाग के अनुसार, साइबर फ्रॉड करने वाले टैक्सपेयर्स को फर्जी पॉप-अप मैसेज भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है कि आपका रिफंड अप्रूव हो चुका है और पैसा जल्द ही आपके अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा। इसके लिए वे आपको अपना अकाउंट नंबर वेरिफाई करने या बैंक डिटेल्स अपडेट करने के लिए कहते हैं। यदि कोई व्यक्ति इन झूठे संदेशों में फंसकर अपनी संवेदनशील जानकारी साझा करता है, तो धोखेबाज उसका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं।

बचाव के उपाय

  1. फर्जी संदेशों से सतर्क रहें: आयकर विभाग ने चेतावनी दी है कि टैक्सपेयर्स को फर्जी मैसेजेस को नजरअंदाज करना चाहिए। विभाग ने स्पष्ट किया है कि आपकी बैंक डिटेल्स पहले से ही उनके पास हैं और रिफंड की प्रक्रिया ऑटोमैटिक होती है।
  2. सीक्रेट डिटेल्स साझा न करें: किसी भी प्रकार के मैसेज में मांगी गई संवेदनशील जानकारी, जैसे कि अकाउंट नंबर या पासवर्ड, कभी भी साझा न करें।
  3. आधिकारिक सूचना की प्रतीक्षा करें: रिफंड के बारे में सूचना ई-मेल या मोबाइल नंबर पर अधिकृत चैनलों से भेजी जाएगी।
  4. अधिकृत वेबसाइटों का ही उपयोग करें: किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी वैधता की जांच करें। केवल आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें।

इन सावधानियों को अपनाकर आप साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं और अपने रिफंड की प्रक्रिया को सुरक्षित रख सकते हैं।