नई दिल्ली/डेस्क: भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कोई भी रोक नहीं सकता। जहां दुनिया को सुस्ती ने जकड़ लिया है, तो वही भारत नए लक्ष्य सेट करने की तरफ बढ़ रहा है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के बाद, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) भी भारत के सुनहरे भविष्य का मुरीद हो गया है। IMF ने कहा है कि भारत की घरेलू मांग मजबूत है और इससे भारत को वित्त वर्ष 2025 में तेजी से बढ़ने में भी मदद मिलेगी।
IMF ने भारत की अर्थव्यवस्था के लिए नए अनुमानों को जारी किया है। IMF के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2024 में 6.7 फीसदी से बढ़ेगी। पहले उसने इस अनुमान को 6.3 फीसदी रखा था। वहीं वित्त मंत्रालय ने बजट से पहले अपनी आर्थिक समीक्षा में भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2025 में 7 फीसदी के करीब बढ़ने का अनुमान लगाया है।
ग्लोबल अर्थव्यवस्था के लिए, IMF ने भी अपने अनुमानों को संशोधित किया है। IMF के मुताबिक, 2024 में विकास की दर 3.1 फीसदी होगी, और 2025 में यह 3.2 फीसदी तक पहुंचेगी। यह संकेत दिखाता है कि विकास की रफ्तार में धीमापन हो सकता है। नए राजनीतिक तनावों, वित्तीय चिंताओं, और महंगाई के खतरों के बीच, IMF ने केंद्रीय बैंकों को चेतावनी देने के साथ साथ बैंकों को ब्याज दरों में ढील देने से बचने की सलाह दी है।
लेखक: करन शर्मा