IND vs NZ, 2nd Test: पुणे में न्यूजीलैंड (New Zealand) ने भारत में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया. यह 2012 से घर पर नहीं हारी एक टीम के खिलाफ सदी की सबसे बड़ी जीत में से एक है. इतना ही नहीं, भारत ने इससे पहले लगातार 18 सीरीज जीती थीं और WTC के फाइनल में जगह बनाने के लिए सभी मैच जीतने के प्रबल दावेदार थे.
खराब दौर से उबर न्यूजीलैंड ने जीती सीरीज
दूसरी ओर, न्यूजीलैंड (New Zealand) को हाल ही में श्रीलंका में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा. उनके पास टॉम लैथम के रूप में एक नया कप्तान था और केन विलियमसन की अनुपस्थिति में अपेक्षाकृत कम अनुभव वाला लाइनअप था, जिसमें केवल लैथम और साउथी ने 30 से अधिक टेस्ट कैप हासिल किए थे.
लेकिन सभी बाधाओं के बावजूद और एक चैंपियन टीम के खिलाफ, उन्होंने कुछ बहुत ही सनसनीखेज काम किया है, एक मैच शेष रहते सीरीज को अपने नाम कर लिया. कोई आश्चर्य नहीं कि वे जश्न मनाने के हकदार हैं.
सैंटनर की जादुई गेंदबाजी ने किया करिश्मा
मिशेल सेंटनर ने शानदार प्रदर्शन किया और पुणे में सूखी और टर्निंग पिच पर जिस कंट्रोल के साथ उन्होंने गेंदबाजी की, वह देखने लायक था. पिच में पर्याप्त मदद थी, और उन्होंने गति और ट्रैजेक्टरी में बेहतरीन विविधताओं के साथ इसका पूरा फायदा उठाया, बिना उस अच्छी लेंथ स्पॉट को छोड़े.
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वह सीमित ओवरों के प्रारूपों में बहुत अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन उनका टेस्ट करियर कभी खास नहीं रहा. उन्होंने पहले कभी पांच विकेट भी नहीं लिए थे, और अब उन्होंने एक ही मैच में दो बार ये कारनामा कर के दिखाया है, जो कि आने वाले कई पीढ़ियों के लिए एक बेहतरीन प्रदर्शन साबित हो सकता है.
पुणे में सैंटनर ने लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी
सैंटनर ने अकेले ही इस मैच में न्यूजीलैंड के लिए 13 विकेट चटकाए और भारतीय टीम की कमर तोड़ दी. मिशेल सेंटनर ने इस मैच में कुल 157 रन खर्च कर 13 विकेट अपने नाम किए जो किसी भी न्यूजीलैंड (New Zealand) के गेंदबाज के लिए तीसरा बेस्ट मैच फिगर है. वहीं उनका ये प्रदर्शन भारत के खिलाफ किसी भी टीम के लिए और किसी भी मेहमान गेंदबाज की ओर से दिया गया तीसरा तीसरा बेस्ट मैच फिगर भी है.
भारत को घर में हराने वाली टीमों में शामिल हुई न्यूजीलैंड
इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड (New Zealand) की टीम इस सदी में साउथ अफ्रीका (2000), ऑस्ट्रेलिया (2004) और इंग्लैंड (2012) के बाद भारत को उसी के घर में हराने वाली चौथी टीम बन गई है. भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाली मेहमान टीमों के रिकॉर्ड की बात करें तो इंग्लैंड (पांच बार, आखिरी बार 2012/13 में), वेस्टइंडीज (पांच बार, आखिरी बार 1983/84 में), ऑस्ट्रेलिया (चार बार, आखिरी बार 2004/05 में), पाकिस्तान (1986/87), दक्षिण अफ्रीका (1999/00) और न्यूजीलैंड (2024/25) का नाम शामिल है.
थम गया भारत की घर पर सीरीज जीत का सिलसिला
इस हार के साथ ही भारत का लगातार 18 द्विपक्षीय घरेलू सीरीज जीतने का रिकार्ड समाप्त हो गया है – जो किसी भी टीम के लिए लगातार सबसे लंबी जीत का रिकॉर्ड है. रोहित शर्मा के लिए कप्तान के रूप में 15 घरेलू टेस्ट मैचों में यह चौथी हार है. वह घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैच हारने वाले कप्तानों की लिस्ट में कपिल देव और मोहम्मद अजहरुद्दीन (दोनों ने 20-20 टेस्ट मैचों में) के बराबर और केवल एमएके पटौदी (27 टेस्ट मैचों में 9 हार) से पीछे रह गए हैं.
शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी करने के करीब भारत
इसके साथ ही भारत ने एक कैलेंडर ईयर में घरेलू सरजमीं पर सबसे ज्यादा मैच हारने के रिकॉर्ड में तीसरी बार 3 का आंकड़ा छुआ है. भारत की एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टेस्ट हार 1969 में आई थी जब उसने (ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 3 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 1) 4 हार का सामना किया था. इसके बाद 1983 में भारतीय टीम तीन (वेस्टइंडीज के विरुद्ध 3) मैचों में हार का सामना करना पड़ा था. अब 41 साल बाद भारत ने साल 2024 में फिर से तीन (न्यूजीलैंड के विरुद्ध 2, इंग्लैंड के विरुद्ध 1) हार के आंकड़े को छुआ है.
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