Independence Day 2024: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विकसित भारत के संकल्प, BJP सरकार के काम और कई अन्य चीजों को लेकर बात की। दूसरी ओर पीएम मोदी ने महिलाओं की सुरक्षा पर बात करते हुए बेटियों पर हो रहे अत्याचार पर दुख जताया।
“महिलाओं के साथ अत्याचार, देश में आक्रोश”
पीएम मोदी ने कहा, मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूृं। एक समाज के रूप में हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – देश में इसके खिलाफ आक्रोश है। मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश, समाज, राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले – यह समाज में विश्वास पैदा करने के लिए महत्वपूर्ण है।”
“डर पैदा करना बहुत जरूरी”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं, तो इसकी व्यापक चर्चा होती है। लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा मिलती है, तो यह खबरों में नहीं आता, बल्कि एक कोने में सिमट कर रह जाता है। यह समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा हो ताकि ऐसा करने वाले लोग समझें कि इसका मतलब है फांसी। मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।”
पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के कानून में किए गए बदलावों का जिक्र कर कहा कि, सदियों से हमारे पास जो क्रिमिनल लॉ थे, उन्हें हम न्याय संहिता के रूप में लाए है। इसके मूल में ‘दंड नहीं, नागरिक को न्याय’ के भाव को हमने प्रबल बनाया है। पीएम मोदी ने कहा, “मैं हर स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों और जन-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि हमें मिशन मोड में ईज ऑफ लिविंग के लिए कदम उठाने चाहिए।”
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