India Buys SIG-716 Assault Rifle: भारतीय सेना ने मंगाई 73,000 SIG-716 असॉल्ट राइफल, थर-थर कांपे पाकिस्तान और चीन

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SIG-716 Assault Rifle: SIG-716 असॉल्ट राइफल दुनिया की सबसे घातक राइफल में से एक है। इससे भारतीय सेना की ताकत बढ़ेगी, साथ ही पाकिस्तान और चीन भी इसकी ताकत के आगे झुकने पर मजबूर हो जाएंगे। बीते साल दिसंबर में ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई वाली काउंसिल ने इन बंदूकों की खरीद पर मुहर लगा दी थी।

भारत सरकार ने चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात भारतीय जवानों के लिए 73,000 SIG-716 असॉल्ट राइफल मंगाई है और इसकी जानकारी कंपनी SiG Sauer ने खुद दी है। इस डिलीवरी के बाद भारतीय सेना के पास 145000 से ज्यादा SiG Sauer और 716 असॉल्ट राइफल हो जाएंगी। आइए इस राइफल की जो खासियत है उसको भी हम समझने की कोशिश करते हैं।

राइफल की कुछ बड़ी बातें

ऑटोमेटिक असॉल्ट राइफल से हर मिनट में 685 राउंड फायरिंग होती है यानी 1 मिनट में 685 गोलियां चलाई जा सकती है। इसकी एक्यूरेसी रेट 100% है यानी अपने टारगेट को हिट करने में सक्षम में है। एक मैगजीन में 20 गोलियां आती हैं और नाटो (NATO) ग्रेड की गोलियां इसमें इस्तेमाल की जाती है। रेंज की बात करें तो 600 मीटर यानी आधे किलोमीटर से भी ज्यादा का रेंज है। साथ ही ये गैस ऑपरेटेड रोटेटिंग बोल्ट सिस्टम से लैस है।

यह रिपीट ऑर्डर 837 करोड़ रुपये का है। इनमें से 66 हजार 400 बंदूकें थल सेना, 4 हजार वायुसेना और 2 हजार नौसेना को दी जाएंगी। इस साल ही सेना को पहली 35 हजार एके-203 क्लाश्निकोव राइफल मिली थीं, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी के कोरवा ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में तैयार हुई थीं। साथ ही सेना 40 हजार 949 लाइट मशीन गन भी खरीद रही है, जिसमें अनुमानित 2 हजार 165 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।