नई दिल्ली/डेस्क: चंद्रयान 3 का मिशन सफल होने के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य की तरफ अपना पहला कदम बढ़ाने जा रहा है। इसको लेकर इसरो ने ADITYA L1 मिशन बनाया है।
जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। ADITYA L1 मिशन की उलटी गिनती आज से शुरू हो चुकी है। क्योंकि कल यानी 2 सितंबर को इसरो ADITYA L1 को सुबह 11.50 बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च करने जा रहा है।
पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर ADITYA L1 सूर्य के परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और एल1 पर सौर हवा का वास्तविक अध्ययन करेगा।
चांद के बाद अब सूर्य की बारी
23 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत को गौरवान्वित किया, क्योंकि इस दिन चंद्रयान 3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग हुई थी। इसके साथ ही इसरो ने वो कारनामा करके दिखाया, जो दूसरे देश आज तक नहीं कर पाए हैं।
चांद के बाद अब इसरो सूर्य पर अध्ययन करना चाहता है, इसके लिए ही इसरो ने ADITYA L1 को तैयार किया है। ADITYA L1 को PSLV-C57 रॉकेट द्वारा धरती की लोअर अर्थ ऑर्बिट में छोड़ा जाएगा।
जानकारी के अनुसार, इस मिशन में 127 दिनों का समय लग सकता है और इसको काफी कठिन मिशन भी बताया जा रहा है।
सूर्य की गर्मी को झेल पाएगा ADITYA L1 !
बताते चलें, आज तक दुनिया की कोई भी एजेंसी ऐसी चीज नहीं बना पाई है, जो सूर्य की गर्मी को झेल सकें। सभी एजेंसी अपने स्पेसक्राफ्ट को इस तरह तैयार करती है, जो सूर्य के आसपास से इस तरह गुजर जाती है।
जिससे उसको कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसके अलावा स्पेसक्राफ्ट को सूर्य से उचित दूरी पर रखा जाता है। ADITYA L1 को भी सूर्य से इतनी दूरी पर रखा जाएगा, जिससे कि वो पिघल न जाए।
लेखक- विशाल राणा